Haryana Education Department से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें पाया गया है कि राज्य के लगभग 6,000 शिक्षकों के गलत मोबाइल नंबर शिक्षा विभाग में पंजीकृत हैं। इस कारण विभाग को डेटा अपडेट करने में गंभीर कठिनाइयाँ आ रही हैं। गलत मोबाइल नंबरों के कारण ओटीपी (One-Time Password) नहीं आ पा रहे हैं, जिससे विभिन्न महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं में रुकावटें उत्पन्न हो रही हैं।
6,000 से अधिक शिक्षकों के गलत मोबाइल नंबर पंजीकृत
हरियाणा शिक्षा विभाग के मुताबिक, राज्य के कुल 6118 शिक्षकों के गलत मोबाइल नंबर विभाग में दर्ज हैं। इन गलत नंबरों के कारण कई काम प्रभावित हो रहे हैं, जैसे कि MIS (Management Information System) पोर्टल पर डेटा अपडेट करना, स्कूल और ब्लॉक प्राथमिकताएं भरना, और सामान्य स्थानांतरण अभियान के लिए डेटा सत्यापन। इसके अलावा, यदि किसी शिक्षक को कोई भी सेवा प्राप्त करनी हो, तो उसे ओटीपी के लिए सही मोबाइल नंबर की आवश्यकता होती है।

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षकों के गलत मोबाइल नंबरों को सुधारने के लिए कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है।
गुरुग्राम में सबसे अधिक गलत नंबर पंजीकृत
राज्य के विभिन्न जिलों में सबसे अधिक गलत मोबाइल नंबर गुरुग्राम जिले के शिक्षकों के हैं। गुरुग्राम जिले में 433 शिक्षकों के गलत मोबाइल नंबर पंजीकृत हैं। इसके बाद, अंबाला जिले में 431 शिक्षकों के नंबर गलत पंजीकृत हैं। वहीं, चर्खी दादरी जिले में सबसे कम गलत मोबाइल नंबर पंजीकृत हैं। इस डेटा के आधार पर, विभाग ने यह सुनिश्चित करने के लिए सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जल्द से जल्द इन गलत नंबरों को ठीक करें।
टीचरों ने दिए लैंडलाइन नंबर
अधिकतर शिक्षकों ने अपना मोबाइल नंबर तो पंजीकृत किया है, लेकिन कई ऐसे शिक्षक भी हैं जिन्होंने अपना लैंडलाइन नंबर पंजीकृत करवा दिया है, जो इस डिजिटल युग में बिल्कुल अव्यावहारिक है। लैंडलाइन नंबर के बजाय मोबाइल नंबर का होना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि ओटीपी भेजने के लिए मोबाइल नंबर की आवश्यकता होती है, जो डेटा अपडेट और सत्यापन के लिए अनिवार्य है। इसके अलावा, कुछ शिक्षकों ने ऐसे मोबाइल नंबर दिए हैं जिनमें 9 अंक हैं या जिनमें 10 से अधिक अंक हैं, जो सिस्टम के लिए असामान्य और अप्रासंगिक होते हैं।
डेटा अपडेट के लिए निर्देश जारी
हरियाणा शिक्षा विभाग ने अब कड़ी कार्रवाई करते हुए सभी शिक्षकों से अपने मोबाइल नंबरों को सही करने के लिए कहा है। इस संदर्भ में, हरियाणा के द्वितीयक शिक्षा निदेशालय के आईटी विभाग के उप निदेशक ने राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारियों को एक पत्र जारी किया है। इस पत्र में निर्देश दिया गया है कि सभी शिक्षकों के व्यक्तिगत प्रोफाइल के डेटा को 100 प्रतिशत सही किया जाए, ताकि उन्हें भविष्य में किसी भी तरह की समस्याओं का सामना न करना पड़े।
पत्र में यह भी कहा गया है कि सभी शिक्षकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनका मोबाइल नंबर सही हो, ताकि ओटीपी प्राप्त किया जा सके और डेटा अपडेट किया जा सके। इसके अलावा, विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि जिन शिक्षकों ने गलत मोबाइल नंबर पंजीकृत किए हैं, उनके द्वारा सूचना के सही रूप में पंजीकरण कराया जाए।
सभी शिक्षकों से अनुरोध
शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षकों से अनुरोध किया है कि वे अपने मोबाइल नंबरों की जानकारी को तुरंत अपडेट करें। इसके लिए विभाग ने एक समयसीमा निर्धारित की है, जिसके भीतर शिक्षकों को अपने नंबर सही करने होंगे। इसके बाद, विभाग उन शिक्षकों से संपर्क करेगा जिन्होंने सही नंबर नहीं दिया है और उनकी जानकारी को अपडेट करेगा।
क्या हैं गलत नंबरों के कारण उत्पन्न समस्याएँ?
गलत मोबाइल नंबर पंजीकृत होने से कई प्रकार की समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
- ओटीपी प्राप्त नहीं होना:
ओटीपी भेजने के लिए सही मोबाइल नंबर की आवश्यकता होती है। जब शिक्षक का नंबर गलत होता है, तो उन्हें ओटीपी प्राप्त नहीं होता, जिससे वे अपनी जानकारी को अपडेट नहीं कर पाते और विभिन्न प्रक्रियाओं में रुकावटें आती हैं। - डेटा सत्यापन में समस्या:
MIS पोर्टल पर डेटा सत्यापन के दौरान भी गलत नंबरों के कारण समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। सत्यापन की प्रक्रिया में अगर सही जानकारी नहीं होती है, तो शिक्षक के लिए यह प्रक्रिया पूरी करना कठिन हो जाता है। - सेवाओं का अभाव:
कई शिक्षकों को विभाग से जुड़ी अन्य सेवाओं का लाभ लेने में भी कठिनाइयाँ आ रही हैं क्योंकि उनका नंबर गलत पंजीकृत है। इसके कारण विभाग से कोई भी सूचना या सेवा प्राप्त करना मुश्किल हो रहा है।
समाधान की दिशा में कदम
विभाग ने इन समस्याओं के समाधान के लिए कई कदम उठाए हैं। हरियाणा के शिक्षा निदेशालय ने एक अभियान शुरू किया है, जिसमें हर शिक्षक को अपने डेटा को सही करने के लिए कहा गया है। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद, सभी शिक्षकों के मोबाइल नंबरों को सही कर लिया जाएगा और इससे संबंधित सभी कार्यों को सुचारू रूप से चलाया जा सकेगा।
हरियाणा शिक्षा विभाग में शिक्षकों के गलत मोबाइल नंबरों का मामला गंभीर है, क्योंकि इससे विभागीय कार्यों में अड़चनें उत्पन्न हो रही हैं। हालांकि, विभाग ने इस समस्या को गंभीरता से लिया है और शिक्षकों को उनके नंबर सही करने के लिए निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी शिक्षकों का डेटा अपडेट हो ताकि ओटीपी और अन्य सेवाओं में कोई परेशानी न हो। इस कदम से विभागीय प्रक्रियाएँ जल्दी और सही तरीके से पूरी हो सकेंगी।

















