बावल। हरियाणा के जिला रेवाडी के बावल कस्बे के वार्ड नंबर-11 में उपचुनाव को लेकर शुक्रवार को चुनावी बिगुल बज गया है। चुनाव आयोग ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है, जिससे आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।DG का तोहफा: हरियणा पुलिसकर्मियों के बच्चों को मिलेगी नौकरी, जानिए कैसे
नगर पालिका चेयरमैन वीरेंद्र सिंह एडवोकेट ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया है, जिससे कस्बे में आचार संहिता लागू हो गई है। उन्होंने बताया कि 20 से 26 अक्तूबर तक चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार नामांकन दाखिल करेंगे। 27 को जांच होगी और 28 अक्तूबर को नामांकन वापस लिए जा सकेंगे और चुनाव चिह्न आवंटित किए जाएंगे।
नपा चेयरमैन वीरेंद्र सिंह एडवोकेट ने जानकारी देते हुए बताया कि 26 जुलाई 2023 को पार्षद उर्मित टक्कर का अकस्मात देहांत हो गया था। जिससे यह सीट खाली हुई है। उन्होंने बताया कि 11 अक्तूबर को मतदाता सूची का प्रकाशन हुआ है।
नगर पालिका ने चुनाव आयोग को चुनाव करवाने के लिए पत्र लिखा था उसी को लेकर आज से कस्बे में आचार संहिता लागू हो गई है। उन्होंने बताया कि अब नगर पालिका में नए विकास कार्य नहीं होंगे कुल वोट 828 है, जिसमें पुरुष मतदाता 432 और महिला मतदाता 396 है जो अपने मतों का प्रयोग करेंगे।अब अपने घर का सपना होगा साकार: मनोहर लाल सरकार ने निकाली नई योजना, जानिए इसके लिए कैसे करे अप्लाई
उन्होंने बताया कि 5 नवंबर को सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा। इसको लेकर सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। शाम को ही परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
आदर्श आचार संहिता क्या है?
देश और राज्यों में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग कुछ नियम बनाता है। चुनाव आयोग के इन्हीं नियमों को आचार संहिता कहते हैं। लोकसभा/विधानसभा चुनाव के दौरान इन नियमों का पालन करना सरकार, नेता और राजनीतिक दलों की जिम्मेदारी होती है।NCR: छह साल पहले पत्नी की हत्या कर हुआ था फरार, गुरूग्राम पुलिस ने झारखंड से दबोचा
कब से लागू होती है आचार संहिता?
आचार संहिता चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही लागू हो जाती है। चुनाव आयोग के चुनाव कार्यक्रमों का एलान करते ही आचार संहिता लागू हो जाती है।
कब तक लगी रहेगी आचार संहिता?
आचार संहिता चुनाव प्रक्रिया के संपन्न होने तक लागू रहती है। चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही आचार संहिता देश/राज्य में लगती है और वोटों की गिनती होने तक जारी रहती है।
आचार संहिता के मुख्य नियम
- आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद कई नियम भी लागू हो जाते हैं। इनकी अवहेलना कोई भी राजनीतिक दल या राजनेता नहीं कर सकता।
- — किसी भी राजनीतिक दल, प्रत्याशी, राजनेता या समर्थकों को रैली करने से पहले पुलिस से अनुमति लेनी होगी।
- — सरकारी गाड़ी, सरकारी विमान या सरकारी बंगले का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए नहीं किया जाएगा।
- — सार्वजनिक धन का इस्तेमाल किसी विशेष राजनीतिक दल या नेता को फायदा पहुंचाने वाले काम के लिए नहीं होगा।
- — किसी भी तरह की सरकारी घोषणा, लोकार्पण और शिलान्यास आदि नहीं होगा।
- — किसी भी चुनावी रैली में धर्म या जाति के नाम पर वोट नहीं मांगे जाएंगे।