हरियाणा: खटटर सरकार विकास कार्यो में की गई धांधली करने वालो को किसी कीमत न पर नही छोडेगी। विकास एवं पंचायत विभाग की विजिलेंस टीम की गबन और गड़बड़ी को लेकर जांच शुरू हुई है। इतना ही 1,491 पूर्व सरपंच रडार पर आ गए हैं।हरियाणा में गिरफ्तार हुई राजस्थान पुलिस की SI गिरफ्तार: अंतरराष्ट्रीय कुश्ती खिलाड़ी के पास मिले अवैध हथियार
करोड़ों रुपए के गबन की जांच के मामले में सरपंच ही नहीं बल्कि पंचायती राज संस्थाओं के निचले स्तर से लेकर अन्य अधिकारी भी संलिप्त बताए जा रहे हैं। ऐसे में विजिलेंस विभाग की जांच शुरू करते ही पूर्व सरपंचो में अफरा तफरी मच गई
जानिए क्या है आरोप: उन्होंने निर्माण कार्यों में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया है और पैसों का गबन किया है। इसके अलावा, अपने चहेतों को ग्राम पंचायत की जमीन पर कब्जा कराने और बिना काम किए ही राशि का गबन करने समेत कई अन्य बताए जा रहे है।
जिलावाईज शिकायत जिनकी होगी जांच
जिला | शिकायतें |
नूंह | 94 |
करनाल | 84 |
हिसार | 80 |
झज्जर | 84 |
जींद | 83 |
रेवाड़ी | 82 |
पलवल | 82 |
पानीपत | 71 |
कैथल | 61 |
कुरुक्षेत्र | 54 |
महेंद्रगढ़ | 76 |
चरखी दादरी | 71 |
यमुनानगर | 64 |
फरीदाबाद | 56 |
सिरसा | 58 |
सोनीपत | 52 |
फतेहाबाद | 49 |
भिवानी | 46 |
रोहतक | 40 |
गरुग्राम | 27 |
पचकूला | 14 |
कई शिकायतों में अधिकारियों के नाम भी शामिल हैं। अकेले सरपंच या पंचायत गबन नहीं कर सकतीं हैं। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता समेत अन्य कार्यों को जांचने की जिम्मेदारी जेई और पंचायती राज अधिकारियों की होती है, इसलिए इन अधिकारियों तक भी जांच की आग पहुंच गई है।
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पूर्व ग्राम पंचायतों में गबन की जांच मामले पर विचार रखते हुए पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली ने कहा कि विकास एवं पंचायत विभाग की विजिलेंस टीम जांच कर रही है और जो भी दोषी मिलेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.