Boothless Toll Plaza: हरियाणा के गुरुग्राम के खेड़कीदौला टोल प्लाजा को हटाकर अब पचगांव में बूथलेस टोल प्लाजा बनाया जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इस पर सहमति दे दी है। NHAI और IHMCL की टीम जल्द ही पचगांव का दौरा करेगी। टीम यह भी तय करेगी कि जिस जगह पर टोल प्लाजा बनाया जाना है वहां पर रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कॉरिडोर का स्टेशन बनाने में परेशानी तो नहीं आएगी। सर्वे में पाया गया कि खेड़कीदौला की तुलना में पचगांव से भारी वाहन अधिक गुजरते हैं।
जानकरी के अनुसार कई साल से खेड़कीदौला में संचालित टोल प्लाजा को खत्म करने या पचगांव इलाके में स्थानांतरित करने की मांग की जा रही है। पिछले 10 सालों के दौरान कई बार इसे हटाने की घोषणा हो चुकी है लेकिन अब रास्ते पर मुद्दा आता दिख रहा है।
पिछले महीने NHAI ने पचगांव में लगातार सात दिनों तक सर्वे कराया था ताकि पता चल सके कि पीक आवर के दौरान दिल्ली-जयपुर हाईवे से औसतन कितने वाहन निकलते हैं।
यह रिपोर्ट मंत्रालय ने अब तक सार्वजनिक नहीं की है। सर्वे रिपार्ट के मुताबिक खेड़कीदौला टोल प्लाजा से काफी कम वाहन पचगांव से गुजरते हैं, लेकिन खेड़कीदौला टोल प्लाजा के मुकाबले पचगांव इलाके से भारी वाहन अधिक निकलते हैं।
पैसेंजर कार यूनिट (पीसीयू) के अनुसार ट्रक को साढ़े चार यूनिट, बस को तीन यूनिट, कार को एक यूनिट एवं बाइक को आधा यूनिट माना जाता है। इस हिसाब से पचगांव से खेड़कीदौला टोल प्लाजा के मुकाबले पचगांव से वाहन अधिक निकलते हैं। एचएसआइआइडीसी से एनएचएआई को केवल 28 एकड़ जमीन मिली है। इतने में अधिक से अधिक 28 लेन का ही टोल प्लाजा बन सकता है।
इसे देखते हुए मंत्रालय ने बूथलेस टोल प्लाजा बनाने को कहा है। बूथलेस टोल प्लाजा में 12 से 15 लेन की ही आवश्यकता पड़ेगी। द्वारका एक्सप्रेसवे का टोल प्लाजा बूथलेस बनाया गया है। इसी तर्ज पर खेड़कीदौला टोल प्लाजा बनाया जाएगा।

















