हरियाणा: बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में धरने पर बैठे MBBS छात्रों ने शनिवार शाम को हड़ताल समाप्त कर दी है। आखिरकार धरने पर बैठे व 54 दिन के सघंर्ष को सफलता मिल ही गई है। सरकार की ओर MBBS छात्रों की मांगो को लेकर बॉड पोलिसी में बदलाव कर दिया है।
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खत्म करवाई हड़ताल
शनिवार को हेल्थ यूनिवर्सिटी रोहतक की वीसी डॉ. अनीता सक्सेना धरनास्थल पर पहुंची। उन्होंने एमबीबीएस छात्रों को जूस पिलाकर हड़ताल समाप्त करवाई। वहीं स्टूडेंट्स ने कहा कि बॉन्ड पॉलिसी में बदलाव से वे संतुष्ट हैं, इसलिए हड़ताल समाप्त कर रहे हैं।
बता दे कि छात्र सरकार द्वारा लागू की गई बॉन्ड पॉलिसी का विरोध कर रहे थे। 1 नवंबर से प्रदेश के चारों मेंडिकल कॉलेज में स्टूडेंट्स ने धरना प्रदर्शन शुरू किया था।
विरोध प्रदर्शन के दौरान स्टूडेंट्स की सरकार के साथ तीन दौर की वार्ता हुई। जिसमें सरकार बॉन्ड पॉलिसी में बदलाव को राजी हुई।
जिसके बाद सरकार द्वारा बॉन्ड पॉलिसी में बदलाव करते हुए नोटिफिकेशन जारी कर दिया। जिस पर 3 दिन मंथन के बाद स्टूडेंट्स संतुष्ट हो गए हैं। बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में विद्यार्थियों ने 1 नवंबर से धरना प्रदर्शन शुरू किया था। जो कुल 54 दिन तक चला।Rewari News: सत्संग व नाम दान कार्यक्रम 25 को
वहीं 24 नवंबर से विद्यार्थी भूख हड़ताल पर बैठ गए थे। सरकार नहीं मानी तो 23 दिसंबर को 24 नवंबर से विद्यार्थी भूख हड़ताल पर बैठ ने आमरण अनशन भी शुरू कर दिया था।
जानिए अब क्या किया बदलाव
विरोध के चलते अब बॉड की राशि 30 तथा नौकरी का समय 5 साल कर दिया है। जबकि इससे पहले राशि 40 लाख तथा नौकरी का समय 7 साल था।