हरियाणा: मांगो को लेकर हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन 14 जनवरी को हड़ताल करेंगी। एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि हड़ताल के दौरान यदि सरकार ने एस्मा के तहत डाक्टरों पर कार्रवाई की तो इसके खिलाफ चिकित्सक जेल भरो आंदोलन करेंगे। एसोसिएशन के प्रधान डॉ. जसबीर सिंह ने कहा कि सीएम ने एमडी या एमएस डॉक्टरों के लिए स्पेशलिस्ट कैडर पद सृजित करने की सैद्धांतिक मंजूरी दी है। परंतु यह सैद्धांतिक मंजूरी 2019 में दी गई थी। फाइल तो वित्त विभाग के पास ही अटक जाती है। जब तक वित्त विभाग से फाइल नहीं निकलती, तब तक मांग पूरी नहीं होती। हमारी हड़ताल 14 जनवरी को रहेगी। अभी तक सरकार से कोई बातचीत के लिए कॉल नहीं आई। यदि सरकार ने एस्मा लागू किया तो जेल भरो आंदोलन चलाया जाएगा।
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विज लागू कर चुके हैं एस्मा:
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने 11 जनवरी को हड़ताल के बाद प्रदेश में एस्मा लागू कर दिया था। जिसके तहत स्वास्थ्य कर्मचारी अगले 6 महीने तक हड़ताल पर नहीं जा सकेंगे। ऐसे में यदि डॉक्टरों ने 14 जनवरी की हड़ताल रद्द नहीं की तो उन पर एस्मा के तहत कार्रवाई होना स्वाभाविक है। तब स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि कि सारा देश कोरोना की लड़ाई लड़ रहा है ऐसे समय में डाक्टरों के एक समूह ने हड़ताल पर जाने की घोषणा करके उस लड़ाई में बाधा डालने का काम किया है। उन्होंने कहा कि ‘‘हमने जो उनकी मांगें थी, मैंने उसी वक्त स्वीकार करके मुख्यमंत्री के पास तथा अन्य विभागों के पास भेज दी थी, हमारा सकारात्मक रुख था और मुख्यमंत्री के साथ बैठक होने के बाद उनकी मांगों की सैद्धांतिक मंजूरी भी दे दी गई थी।
सरकार ने ये लिया था निर्णय
सीएम ने एमडी या एमएस डॉक्टरों के लिए स्पेशलिस्ट कैडर पद सृजित करने की सैद्धांतिक मंजूरी दी है। इसके अलावा डॉक्टरों को कोई प्रशासनिक कार्य भी नहीं दिया जाएगा और वे अपनी संबंधित विशेषता में ही अभ्यास करेंगे।मुख्यमंत्री द्वारा दी गई सैद्धांतिक मंजूरी के तहत सरकार विशेषज्ञों के लिए एक विशेष सब कैडर बनाएगी, जिन्हें सलाहकार या वरिष्ठ सलाहकार के रूप में नामित किया जाएगा। इससे पहले एमबीबीएस योग्यता और एमडी/एमएस योग्यता वाले डॉक्टर एक ही कैडर में होते थे। स्पेशलिस्ट कैडर पोस्ट बनने से ये डॉक्टर अपने काम पर और अधिक ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।