Haryana: हरियाणा के जिले कैथल में CIA-2 के 11 पुलिस कर्मियों के खिलाफ सिविल लाइन थाना पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज किया है। शिकायत में बुजुर्ग महिला ने आरोप लगाया कि उसके बेटे को केस में फंसाने की धमकी देकर CIA-2 पुलिस के मुलाजमों ने 5 लाख रुपये की मांग की थी, नहीं देने पर उनके घर में घुसकर उसके साथ मारपीट, पुत्रवधू के साथ छेड़छाड़ और मोबाइल छीनकर ले गए। इसकी पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की।
गृहमंत्री ने सुनवाई नहीं की तो कोर्ट का सहारा लिया। हाईकोर्ट ने जिला कोर्ट में मामला भेजा और जिला कोर्ट के आदेश पर 1 एएसआई, तीन हेडकांस्टेबल समेत 11 पुलिस कर्मियों पर केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। साथ ही घटना के दिनों की CIA-2, तितरम पुलिस थाना और सिविल लाइन पुलिस थाना से CCTV फुटेज पेश करने के आदेश दिए हैं।
50 हजार रुपए देने के बाद भी नहीं किया रिहा
सुभाष नगर निवासी कृष्णा देवी ने बताया कि पुलिस ने उसके बेटे को CIA-2 में फोन करके बुलाया। जहां पर बिठा लिया। पुलिस कर्मियों ने उससे पैसों की मांग। उसने CIA-2 में पुलिस कर्मियों को 50 हजार रुपए दिए। जिनकी CCTV फुटेज भी CIA-2 के कैमरों में है। पैसे लेने के बाद भी उसके बेटे को नहीं छोड़ा। पुलिस को जानकारी मिली की उनके खाते में प्लाट बेचने के पैसे आए हुए हैं। उन्होंने पांच लाख रुपये की मांग। उन्होंने पैसे देने से मना कर दिया।

31 जुलाई को घर में घुसे पुलिसकर्मी
मना करने पर 31 जुलाई की रात को उनके घर में CIA-2 के एएसआई मुकेश कुमार, हेड कांस्टेबल नरेश कुमार, हेड कांस्टेबल पवन कुमार, हेड कांस्टेबल प्रवीण कुमार और नामालूम 7 पुलिस कर्मचारियों पहुंचे। उनके एक भी महिला पुलिस कर्मी नहीं थी। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ मारपीट की। उसकी पुत्रवधू के साथ छेड़छाड़ की। उसके छोटे बेटे को भी पीटा और मोबाइल भी छीनकर ले गए। जो घटना CCTV में कैद हो गई।
पुलिस ने नहीं की मदद
मारपीट के दौरान महिला गली में गिर गई। पड़ोसियों ने उसको इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाृया। 112 पर फोन करने के बाद पुलिस तो आई, लेकिन एएसआई मुकेश कुमार, हेड कॉन्स्टेबल नरेश कुमार, पवन कुमार, प्रवीण कुमार और 7 अन्य पुलिस कर्मचारी CIA-2 के आने की बात सुनने के बाद चले गए। सिविल लाइन थाना ने भी उनकी कोई सुनवाई नहीं की।

कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज
उन्होंने मामले की एक शिकायत गृहमंत्री को भी भेजी, वहां पर भी उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अंत में उन्होंने हाईकोर्ट में अपील दायर की। जहां से उन्हें जिला कोर्ट में भेजा गया। जिला कोर्ट ने उनके मामले की सुनवाई करते हुए 11 पुलिस कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए है।
















