हरियाणाः सुनील चौहान। कृषि बिलों के विरोध में चल रहा किसानां का प्रर्दशन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। आये दिन किसी न किसी मांग काले लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। एक बार फिर भारतीय किसान यूनियन ने 26 अक्टूबर को देशभर में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी के आह्वान पर किसान सभी तहसीलों और जिला सचिवालयों पर धरना देंगे और राष्ट्रपति के नाम एसडीएमए तहसीलदार और डिप्टी कमिश्नर को ज्ञापन सौंपेंगे। प्रदर्शन सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक होगा।
चढ़ूनी ने बताया कि लखीमपुर खीरी में सुनियोजित ढंग से 4 किसानों और पत्रकार की हत्या कर दी गई। इसके आरोपी केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा को गिरफ्तार करनेए 11 महीने से चल रहे संघर्ष के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों की सहायता और एमएसपी बिल को लेकर प्रदर्शन किए जाने हैं। उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन सभी थानों के बाहर और दूसरे राज्यों में तहसील.सब तहसील और जिला हेडक्वार्टर स्तर पर होंगे।
क्या है लखीमपुर खीरी मामला:
लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को एक कार्यक्रम के दौरान चार किसानों और एक पत्रकार की मौत हो गई थी। आरोप है कि केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे के काफिले ने किसानों को रांद दिया था। जिसमें दिलजीत सिंहए गुरविंदर सिंहए लवप्रीत सिंहए नछतर सिंह और पत्रकार रमन कश्यप की मौत हो गई थी। इसके बाद पंजाब से कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने लखीमपुर पहुंचने की कोशिश की थीए मगर उन्हें रास्ते में ही रुकना पड़ा था। इसके बाद राहुल गांधीए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ लखीमपुर खीरी पहुंचे थे और मृतक किसानों के परिजनों को 50.50 लाख रुपए देने का ऐलान किया था।
कृषि कानूनों को लेकर संघर्ष जारीः
कृषि कानूनों को लेकर पिछले 11 महीने से पंजाब से शुरू हुआ संघर्ष पूरे देश में चल रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में किसान तीनों कृषि बिलों को रद्द करने और एमएसपी बिल लाने की मांग कर रहे हैं। अब तक इस प्रदर्शन में 800 से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है। आरोप है कि जो कानून किसानों के पक्षधर बताए जा रहे हैंए वह उनके खिलाफ हैं और जब तक यह रद्द नहीं होतेए संघर्ष चलता र
















