Haryana Smart Meter Scheme: हरियाणा में अब बिजली चोरी करने वाले की खेर नही है। बिजली निगम ने बिजली चोरी पर अकुंश लगाने स्मार्ट मीटर लगाने शुरू कर दिए है। पहले चरण में प्रदेश के 10 जिलों Haryana Smart Meter Scheme डिजीटल यानि स्मार्ट मीटर लगाए जांएगें।
बिजली निगम की तरफ से सिरसा, फतेहाबाद और जींद सर्कल के लिए 681 करोड़ रुपये के टेंडर लगाए हैं। ये टेंडर विभाग की ओर से ओपन किए गए हैं। निगम अधिकारियों के अनुसार मार्च के बाद काम शुरू हो जाएगा।
डिपाल्टरो पर गिरजी गाज Haryana Smart Meter Scheme
बिजली बोर्ड में बिजली बिल नहीं भरने के चलते प्रदेश में करोडो रूप्ए का बिजली बकाया है। ऐसे में स्मार्ट मीटर से डिपाल्टरो पर काफी हद तक अंकुश लग पाएगा। जो डिपाल्टर होगे उनकी बिजली ही बंद हो जाएगी।
जानिए स्मार्ट मीटर से कैसे करेगा काम ?
उपभोक्ता मीटर को प्री-पेड भी करवा सकता है यानी जितने रुपये का रिचार्ज करवाएंगे उतनी ही बिजली मिलेगी। रिचार्ज खत्म होते ही बिजली सप्लाई बंद हो जाएंगी। मोबाइल की तरह काम करेगा।
यदि उपभोक्ता प्री-पेड प्लान का लाभ नहीं लेना चाहता तो सामान्य मीटर की तरह बिजली बिल उपभोक्ता के मोबाइल नंबर पर आता रहेगा और उसे उपभोक्ता वर्तमान की तरह बिजली बिल भरन पडेगा।
हरियाणा के इन जिलों के काम शुरू: प्रदेश के करनाल, पंचकूला और पानीपत पर स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य पूर्ण हो चुका है। अब प्रदेश के अन्य जिलो में स्मार्ट मीटर लगाने का विभाग कार्य शुरू करेगा। इसको लेकर सर्कल के अनुसार करोड़ों रुपये के टेंडर लगाए गए हैं। स्मार्ट मीटर में उपभोक्ता मोबाइल के जरिए मीटर की निगरानी कर पाएंगे।
Haryana Smart Meter Scheme इतना करोड होगा ख्र्च
- गुरुग्राम वन, टू और फरीदाबाद – 546 करोड़
- हिसार, भिवानी – 548 करोड़
- सिरसा, फतेहाबाद , जींद – 681करोड
- पलवल , नारनौल व रेवाडी — 579 करोड़
किसको होगो फायदा
अधिकारियों की माने तो स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता और विभाग दोनों को फायदा होगा। जहां उपभोक्ता अपनी मर्जी के अनुसार बिजली का प्रयोग कर पाएगा। वहीं विभाग के कर्मचारियों की बिल देने और बार बार बिलजी चोरी के लिए रेड मारने की जरूरत नहीं पडेगी।
उपभोक्ताओं को बिजली के खर्च की तुरंत जानकारी मिलती रहेगी। प्री-पेड सुविधा लेने वाले उपभोक्ताओं को मोबाइल रिचार्ज की तरह बिजली का रिचार्ज मिल सकेगा। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है। अभी इसमें दो से तीन महीने का समय लगेगा।
– अनिल शर्मा, चीफ इंजीनियर कॉमर्शियल, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम