कंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की स्वागत यात्रा से राजनीति में मची हलचल
हरियाणा। पांच दिन दो राज्य, 110 जगह स्वागत। यह सुनकर और जरूर चौक गए होंगे कि ऐसा कौन सा नेता है जिनका अभिनंदन हरियाणा ही नहीं राजस्थान मे भी किया जा रहा है। इसी के चलते 16 से 20 अगस्त तक पांच दिन के दौरान हरियाणा और राजस्थान की राजनीति में हलचल मचाने वाले होंगे। इसी बीच हरियाणा के साथ राजस्थान में भी राजनीतिक हलचल तेज है और इसमें और इजाफा होने के आसार हैं।
हरियाणा व राजस्थान में ये रहेंगे कार्यक्रम:
केंद्रीय मंत्री 16 अगस्त को सबसे पहले गुरुग्राम के अपने पैतृक गांव जमालपुर पहुंचेंगे। यहां बड़ी जनसभा होगी। कई बड़े नेताओं के आने की संभावना है। इसी दिन मानेसर के सेक्टर एक में भी जनसभा है। विधायक सत्यप्रकाश जरावता इसके संयोजक हैं। अगले दिन 17 अगस्त को केंद्रीय मंत्री रेवाड़ी व महेद्रगढ़ जिले के दौरे पर रहेंगे। रूट संयोजक महेश चौहान के अनुसार गुरुग्राम, रेवाड़ी व महेंद्रगढ़ जिले में लगभग 68 स्थानों पर स्वागत कार्यक्रम होंगे। राजस्थान में प्रवेश से पूर्व 17 को नांगलचौधरी के गांव गोद बलावा में जनसभा होगी। इसकी कमान विधायक डा. अभय सिंह यादव के पास रहेगी।
पांच दिन में 110 जगह स्वागत:
रेवाड़ी जिले में प्रवेश करते ही जहां पहले गुरुग्राम रेवाडी की सीमा पर उनका स्वागत किया जाएगा, वहीं बाद में मसानी में जनसभा होगी। इसकी कमान हरको बैंक के चेयरमैन अरविंद यादव को सौंपी गई है। केंद्रीय मंत्री 17 को ही पचेरी बार्डर (राजस्थान) पहुंचेंगे। इसके बाद 19 अगस्त को भिवाड़ी से जयपुर व 20 अगस्त को जयपुर से अजमेर तक लगभग 10 जनसभाएं व 45 से अधिक स्थानों पर अभिनंदन कार्यक्रम होंगे। भूपेंद्र यादव राज्यों के मेडिकल कालेजों में अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित केंद्रीय कोटे की 15 फीसद सीटों का आरक्षण बढ़वाकर 27 फीसद करने जैसी ओबीसी से जुड़ी बड़ी उपलब्धियों को लेकर लोगों के बीच जा रहे हैं।
राजनीति में मची हलचल: अभिनंदन के लिए तय कार्यक्रम को लेकर कई जिज्ञासाएं हैं, मगर अभी ठोस जवाब नहीं है। क्या यात्रा राज्य की राजनीति में भविष्य में भूपेंद्र यादव की बड़ी भूमिका का आधार तैयार करने के लिए है? अभी कई सवाल है, मगर सटीक जवाब के लिए कुछ दिन का इंतजार करना होगा। यात्रा के दौरान बिना कहे ही सब कुछ कह दिया जाएगा। हालांकि जिले में स्वागत यात्रा में भीड जुताने के लिए कई भाजपा नेता जी जान से जुटे हुए है। अब देखना यह होगा तो हाईकमाने से इस बाबत पाटी कार्यकर्ताओ का क्या आदेश मिलते है।