धारूहेडा: कस्बा स्थित श्री नंदू गौशाला में 3 दिन से चारा खत्म है। 700 से ज्यादा बेजुबान पशु भूखे मर रहे है। गौशाला प्रबंधन की कार्यकारिणी के सदस्य गुरुवार को डीसी अशोक कुमार गर्ग से मिलने पहुंचे।
प्रबंधन ने चेतावनी दी है कि अगर दो दौरान चारे का प्रबंध नहीं हुआ हो सभी गोंवशो को गेट खोल कर बाहर निकाल दिया जाएगा, जिसके बाद अगर कोई अनहोनी होती तो धारूहेडा चेयरमैन जिम्मेदार होगा।
बता दे कि 2 साल पहले धारूहेड़ा कस्बे के गरीब नगर में निकाय विभाग की 7 एकड़ जमीन पर गौशाला बनाई गई थी। गौशाला में पशुओं के चारे के लिए सरकारी स्तर पर टेंडर छोड़ा गया था। गौशाला में रखे पशुओं को रोजाना 70-80 क्विंटल चारा खिलाया जाता है। श्री नंदू गौशाला के प्रधान रोहित यादव ने कहा कि धारूहेड़ा नगर पालिका चेयरमैन और अधिकारी मिलकर ठेकेदार की पेमेंट नहीं कर रहे। लेकिन अब चारे के नाम पर बेजुबानों पर अत्याचार किया जा रहा है। 3 दिन से गौशाला में पशु भूखे हैं।
क्या कहते है चेयरमैन: धारूहेडा नपा ने करोडो की जमीन दे दी। गाय तो रेवाडी बावल की भी यही पर है। रेवाडी ओर बावल ना भी तो चारा दे सकती है। जिस समय गोशाला बनाई उस समय यह तह हुआ कि चारा रेवाडी नपा देगी। जमीन धारूहेडा गावं की है। जल्द ही गावं की पंचायत करके लोगो से विचार लिए जाएंगे। नपा किसी भी कीमत पर चारे का बिल पास नहीं करेगी।
कंवर सिंह, चेयरमैन धारूहेडा
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कमेटी करेगी जांच: जिला प्रशासन की ओर चेयरमैन की मांग को चलते गुरूवार को तीन लोगो की कमेटी बनाई गई है पुराने रिकोर्ड की जांच करेगी। जल्द ही नपा रेवाडी व धारूहेडा की बैठक करके चारे व्यवस्था का समाधान करवाया गया जाएगा। कमेटी धारूहेा नपा से लेखाकार राकेश, जेई दीपक व रेवाड नगर परिषद से लेखाकार रविंद्र कुमार शामिल है।
सुभिता ढाका, नगर आयुक्त रेवाडी