Haryana News: गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग के अंतर्गत हिंदी को प्रोत्साहन देने वाली केंद्रीय हिंदी सलाहकार समिति के पुनर्गठन के बाद पहली बैठक नई दिल्ली के नीति भवन में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय योजना राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिंह ने की, जिसमें संबंधित सांसदों, समिति सदस्यों और विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में पिछली बैठक की प्रगति रिपोर्ट, नीति आयोग में राजभाषा हिंदी के उपयोग की स्थिति और आगामी कार्यसूची पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में भाग लेकर लौटे समिति सदस्य और वरिष्ठ साहित्यकार सत्यवीर नाहड़िया ने बताया कि हिंदी के बहुआयामी प्रचार-प्रसार पर सभी सदस्यों ने व्यावहारिक और परिणामकारी सुझाव दिए। चर्चा के दौरान यह जोर दिया गया कि देश के विभिन्न क्षेत्रों की भाषाओं और बोलियों का सम्मान करते हुए हिंदी को एक सशक्त संपर्क भाषा के रूप में आगे बढ़ाया जाए। इस दिशा में समिति को ठोस कार्ययोजना पर कार्य करने की आवश्यकता पर सभी सदस्यों ने सहमति जताई। अध्यक्षीय संबोधन में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि हिंदी के संवर्धन और विस्तार के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है और समिति के सुझाव इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी तपोजा दत्ता के संचालन में हुई बैठक में लोकसभा सांसद डॉ. हेमांग जोशी, राज्यसभा सांसद गोविंदभाई लालजीभाई धोलकिया, सांसद नगेंद्र राय, सांसद रामचंद्र जांगड़ा सहित सदस्यों सतेंद्र प्रसाद टपूकड़ा, मास्टर बलवीर सिंह, भोज प्रकाश, परशुराम गुप्ता, डॉ. आशा गहलोत और शम्मसुस सादिक ने अपने विचार और सुझाव रखे।
कार्यक्रम निदेशक निधि छिब्बर के स्वागत संबोधन से बैठक की शुरुआत हुई, जबकि उपसचिव डॉ. आशीष कुमार पंडा ने नीति आयोग में राजभाषा की वर्तमान स्थिति प्रस्तुत की। संयुक्त सचिव केएस रेजीमोन ने सभी सदस्यों और अधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। बैठक में समिति से जुड़े सभी अधिकारी और प्रतिनिधि मौजूद रहे।

















