Haryana News: गुरुग्राम के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में भारत की एकता और अखंडता के प्रतीक सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर ‘रन फॉर यूनिटी’ का भव्य आयोजन किया गया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने हरी झंडी दिखाकर दौड़ की शुरुआत की। यह दौड़ ताऊ देवीलाल स्टेडियम से बख्तावर चौक तक गई और फिर वापस स्टेडियम पर समाप्त हुई। इस आयोजन में स्कूली बच्चों, युवाओं, अधिकारियों और आम नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
एकता के लिए प्रेरणादायक संदेश
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि सरदार पटेल ने स्वतंत्र भारत की नींव को मजबूत किया और रियासतों को एक सूत्र में जोड़कर भारत को एकजुट राष्ट्र के रूप में खड़ा किया। इसी योगदान के कारण उनकी जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल का जीवन यह सिखाता है कि दृढ़ निश्चय और सही दिशा में किए गए प्रयास किसी भी असंभव कार्य को संभव बना सकते हैं।
खेड़ा आंदोलन से लेकर लौह पुरुष तक का सफर
राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि सरदार पटेल ने खेड़ा आंदोलन और बारडोली सत्याग्रह में किसानों के अधिकारों की आवाज बुलंद की थी। उनके अद्भुत नेतृत्व और साहस से प्रभावित होकर महिलाओं ने उन्हें “सरदार” की उपाधि दी थी। वहीं महात्मा गांधी ने उनकी अनुशासन और संगठन क्षमता देखकर उन्हें “लौह पुरुष” कहा। सरदार पटेल ने हमेशा समाज में एकता, समानता और भाईचारे का संदेश दिया।उन्होंने कहा कि गुजरात में बनी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी सिर्फ एक प्रतिमा नहीं बल्कि भारत की एकता का प्रतीक है। यह हमें याद दिलाती है कि जब तक हर नागरिक, हर समुदाय और हर क्षेत्र एकजुट नहीं होगा, तब तक भारत मजबूत नहीं बन सकता।
राष्ट्रीय एकता की शपथ और भविष्य का संकल्प
कार्यक्रम के अंत में केंद्रीय मंत्री ने उपस्थित लोगों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के आदर्श आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने स्वतंत्रता के समय थे। हमें उनके रास्ते पर चलकर “विकसित भारत – विजन 2047” को साकार करना होगा।
पर्यावरण संरक्षण की मिसाल बनी पहल
इस आयोजन में एथन स्पोर्ट्स ने पर्यावरण जागरूकता के लिए एक विशेष स्टॉल लगाया। उन्होंने घोषणा की कि जो भी प्रतिभागी 10 प्लास्टिक बोतलें जमा करेगा, उसे एक टी-शर्ट उपहार में दी जाएगी। इस पहल का उद्देश्य युवाओं को प्लास्टिक रीसाइक्लिंग और स्वच्छ पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाना था। कई प्रतिभागियों ने इसमें हिस्सा लेकर उदाहरण पेश किया।

















