Haryana News: हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के कोरियावास गांव में 725 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुए 800 बेड के नए मेडिकल कॉलेज को लेकर एक बार फि सियासत गरमा गई है। कॉलेज के नाम को लेकर भाजपा के दो फाड नजर आ रही है। जहां एक ओर प्रदेश सरकार ने इसका नाम महर्षि च्यवन चिकित्सा महाविद्यालय रखा है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय ग्रामीण इसे शहीद राव तुलाराम के नाम पर करने की मांग को लेकर बीते 90 दिनों से धरने पर बैठे हैं।
बता दे कि 1 मई को मेडिकल कॉलेज की ओपीडी शुरू होते समय यह नाम आधिकारिक रूप से जारी किया गया था। यहां पर ओपीडी पर्चियों से लेकर संस्थान की दीवारों तक में महर्षि च्यवन चिकित्सा महाविद्यालय का नाम लिखा हुआ है।
विवाद तब और बढ़ गया जब चार मई की रात कॉलेज के मुख्य गेट पर बड़ा बोर्ड लगाया गया, जिस पर महर्षि च्यवन चिकित्सा महाविद्यालय लिखा गया था। अगले ही दिन सुबह ग्रामीणों ने इस पर विरोध जताते हुए बोर्ड को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों पर केस भी दर्ज किया है। वहीं गेट पर पुलिस बल तैनात किया हुआ है।
ग्रामीण धरने पर: बता दें कि इस नामकरण को लेकर ग्रामीणों में गहरी नाराजगी है। वे कॉलेज का नाम स्वतंत्रता सेनानी शहीद राव तुलाराम के नाम पर रखने की मांग को लेकर अडिग हैं। ग्रामीणों ने कई बार प्रदर्शन किए हैं और सोमवार को 100 से अधिक ट्रैक्टरों के साथ लघु सचिवालय तक मार्च कर डीसी को ज्ञापन सौंपा।
स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने कही ये बात: स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने मेडिकल कॉलेज का दौरा किया और धरनास्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों से मुलाकात की। उन्होंने ज्ञापन लेने के बाद कहा कि वे इस मांग का समर्थन करती हैं और इस विषय को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाएंगी।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ोली ने दिया ये तर्क: वही दूसरी भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ोली ने नारनौल दौरे के दौरान सरकार द्वारा दिए गए नाम का समर्थन करते हुए कहा कि “सरकार ने अच्छा काम किया है और समाज स्वयं देखेगा कि विरोध करने वालों के पीछे क्या मंशा है।” इस बयान से साफ है कि पार्टी के भीतर इस मुद्दे पर मतभेद गहराते जा रहे हैं।।

















