Haryana News: सोनीपत के गोहाना-जींद राज्यमार्ग पर स्थित मोहाना टोल प्लाजा इन दिनों लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। कुछ दिन पहले यहां आसपास के ग्रामीणों ने टोल प्लाजा के खिलाफ जमकर विरोध किया था। वहीं आज किसान संगठन के नेता और कार्यकर्ता भी टोल प्लाजा पहुंचकर अपनी आवाज़ बुलंद की। किसानों का आरोप है कि टोल प्लाजा के कर्मचारी किसानों के साथ बदसलूकी कर रहे हैं।
आज इस मामले को लेकर सोनीपत पुलिस की मौजूदगी में पंचायत बुलाई गई। पंचायत में टोल प्लाजा के कर्मचारियों ने अपनी गलती स्वीकार की और माफी मांगी। उन्होंने कहा कि भविष्य में किसी के साथ भी बदसलूकी नहीं की जाएगी। किसानों और टोल कर्मचारियों के बीच हुई इस पंचायत से तनाव को कुछ हद तक कम करने में मदद मिली है।
मोहाना टोल प्लाजा पर किसानों का विरोध रियायत न मिलने को लेकर शुरू हुआ था। भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धपुर के नेता और कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाए कि टोल प्लाजा के कर्मचारी किसानों के साथ जबरदस्ती टोल वसूलते हैं और उनकी सेवा करने वालों के साथ गलत व्यवहार करते हैं। इस विवाद के बाद आज की पंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें पुलिस ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।
किसानों को टोल प्लाजा से गुजरने के लिए छूट देने पर भी सहमति बनी है। किसान नेताओं अभिमन्यु कोहाड़ और वीरेंद्र पहल ने बताया कि उनके द्वारा जारी किए गए पहचान पत्र को टोल कर्मचारियों द्वारा गलत बताया जा रहा था। उन्होंने साफ किया कि यदि कोई भी व्यक्ति उनके पहचान पत्र का गलत इस्तेमाल करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस बल को भी टोल प्लाजा पर तैनात किया गया था ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न हो। एसीपी राहुल देव ने बताया कि किसानों और टोल कर्मचारियों के बीच बैठक के लिए पुलिस तैनात थी और दोनों पक्षों के बीच सहमति बन गई है।
इस प्रकार इस विवाद को शांतिपूर्वक सुलझा लिया गया है। अब टोल प्लाजा कर्मचारियों और किसानों के बीच बेहतर संबंध बनाना जरूरी होगा ताकि भविष्य में ऐसे विवाद न हों। किसानों की समस्याओं को समझकर उचित समाधान करना ही इस मामले की सबसे बड़ी सफलता होगी।

















