Haryana News: हरियाणा के मेडिकल क्षेत्र से जुड़े छात्रों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। अब उन्हें रजिस्ट्रेशन और प्रमाण पत्र के लिए काउंसिल के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। राज्य सरकार जल्द ही एक नया सॉफ्टवेयर “उपचार” लॉन्च करने जा रही है, जिससे छात्र घर बैठे ही रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे।
इस समय तक छात्रों को पंचकूला या अन्य शहरों में जाकर घंटों इंतजार करना पड़ता था, जिससे उनका समय खराब होता था और मानसिक तनाव भी बढ़ता था।
हरियाणा फार्मेसी काउंसिल के चेयरमैन बीबी सिंघल के अनुसार, राज्य में कुल सात काउंसिल हैं — मेडिकल काउंसिल, डेंटल काउंसिल, नर्सिंग काउंसिल, आयुष काउंसिल, फार्मेसी काउंसिल, फिजियोथैरेपी काउंसिल और होम्योपैथी काउंसिल। इन सभी क्षेत्रों की पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्रों को संबंधित काउंसिल में रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी होता है।
फार्मेसी काउंसिल में लंबित फाइलों की संख्या भी बहुत थी, कुछ फाइलें 4-5 साल से पेंडिंग थीं। लेकिन नए अधिकारियों के आने और नई काउंसिल के गठन के बाद लंबित फाइलों पर काम तेज़ी से हो रहा है। अब तक 80 प्रतिशत फाइलों का निपटारा किया जा चुका है और बाकी फाइलें अगले डेढ़ से दो महीने में निपटाई जाएंगी।
इन परेशानियों को देखते हुए हरियाणा सरकार सभी काउंसिल को एक ही प्लेटफार्म पर लाने जा रही है। इसका मतलब यह होगा कि एक ही पोर्टल पर सभी काउंसिल के रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध होगी।
यह पोर्टल अगले एक से डेढ़ महीने में लॉन्च किया जाएगा। इससे छात्रों को बड़ी मदद मिलेगी। छात्र अपनी फाइल की स्थिति ऑनलाइन ट्रैक कर सकेंगे। जैसे ही उनकी फाइल किसी विंडो से पास होगी, उन्हें मोबाइल पर तुरंत सूचना मिल जाएगी। इससे छात्र जान पाएंगे कि उनकी फाइल किस स्थिति में है और कितनी प्रक्रिया बाकी है।
पहले छात्रों को फाइल की स्थिति जानने के लिए बार-बार दफ्तर जाना पड़ता था, जिससे उन्हें काफी दिक्कतें होती थीं। लेकिन अब उपचार पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया, दस्तावेजों की जानकारी और फाइल ट्रैकिंग की सुविधा होगी। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और छात्रों को हर कदम की जानकारी मिलेगी।

















