हरियाणा: पंजाब, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव के चलते हरियाणा आबकारी विभाग शराब को लेकर सर्तक हो गया है। चुनावों के समय शराब की एक भी बोतल अवैध रूप से इधर से उधर न हो, इसके लिए विभाग ने हरियाणा के शराब कारोबारियों के पास मौजूद स्टॉक पर नजरें गढ़ा ली हैं। यहां से दूसरे राज्यों में शराब की सप्लाई न हो सके इसके लिए आबकारी विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी। उल्लेखनीय है कि हरियाणा की सरहदें पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से सटी हुईं हैं और तीनों राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
चुनावो में बढ जाता है शराब की डिमांड: चुनावों के मद्देनजर दूसरे राज्यों में शराब की अवैध सप्लाई न हो, इसके लिए चौकसी बढ़ा दी गई है। चूंकि यमुनानगर जिला उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड से सटा हुआ है, इसलिए मंगलवार को आबकारी विभाग के अफसरों ने यहां शराब का स्टॉक खंगाला। शराब की तस्करी रोकने के लिए मंगलवार सुबह कुरुक्षेत्र, रेवाड़ी और हेड क्वाटरों की टीमों ने यमुनानगर पहुंचकर कार्रवाई शुरू की। टीम में कुरुक्षेत्र के डीईटीसी राज कुमार, रेवाड़ी से संजीव मित्तल और कुरुक्षेत्र के ही निरीक्षक अनिल कुमार के अलावा अन्य कर्मचारियों ने जगाधरी के शराब गोदामों पर पहुंचकर अचानक निरीक्षण किया।
जाचं की स्टाफ की, लिए डाटा: टीम ने गोदाम का लाइसेंस और शराब के स्टॉक की जांच की। इसके बाद टीम ने यहां अन्य शराब कारोबारियों के गोदामों में भी शराब के स्टॉक को भी चेक किया। इन गोदामों में शाम तक टीमों ने उपलब्ध शराब के स्टॉक का रिकॉर्ड के साथ मिलान किया। इस औचक निरीक्षण से जिले के शराब कारोबारियों में हड़कंप मचा रहा।
चुनाव के दौरान शराब की अवैध तस्करी की आशंका बनी रहती है। जिन राज्यों में चुनाव होता है, वहां शराब की डिमांड भी बढ़ जाती है। इस औचक निरीक्षण में इसी बात पर नजर रखी जा रही है कि शराब के गोदामों में वर्तमान में कितना शराब का स्टॉक मौजूद है और रिकॉर्ड में कितना दर्ज है।
कुरुक्षेत्र, रेवाड़ी के अलावा हेड क्वार्टर से टीमें आईं थी। पंजाब, यूपी और उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के दौरान हरियाणा से शराब की अवैध आपूर्ति न हो सके, इसको देखते हुए शराब गोदामों पर स्टॉक को पहले ही चेक किया जा रहा है। अगर इस दौरान गोदाम मालिक के यहां स्टॉक में कमी पाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। – अमित खंगवाल, डीईटीसी एवं नोडल अधिकारी, आबकारी विभाग।