Haryana: किसानो की बल्ले बल्ले, अब कृषि ट्यूबवेल्स पर पावर लोड बनाना हुआ आसान

TUBEL

Haryana के मुख्यमंत्री Nayab Singh Saini की अगुवाई में गुरुवार को केबीनेट की बैठक हुई। बैठक में 10 एजेंडो पर सहमति बनी थी। सीएम ने कहा कि किसान 1 जुलाई से अपने कृषि ट्यूबवेल्स पर पावर लोड बढ़ाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। कहा कि यह कदम हरियाणा किसानों के कल्याण के लिए उठाया सराहनीय काम है।

 

कई सालो से किसान इस सुविधा के तरस रहे थे। सीएम नायब सैनी ने कहा कि जो किसान अपने कृषि ट्यूबवेल्स पर पावर लोड बढ़ाना चाहते हैं। वे 1 जुलाई से 15 जुलाई तक निर्धारित पोर्टल पर इसके लिए आन लाईन आवेदन कर सकते हैं।

कैबिनेट ने यह भी निर्णय लिया है कि जिन किसानों को अपने ट्यूबवेल्स को पुनः बोरिंग करना है, उन्हें बिना किसी नई शर्त के पहले के कनेक्शन पर बिजली की आपूर्ति मिलेगी।

गुरुद्वारा श्री चिल्ला साहिब को भूमि दी

कैबिनेट ने 77 कनाल 7 मरला भूमि को गुरुद्वारा श्री चिल्ला साहिब, सिरसा और 6 कनाल 9 मरला भूमि को गुरु नानक पब्लिक स्कूल को हस्तांतरित करने की मंजूरी दी है। कैबिनेट ने गुरुद्वारा श्री चिल्ला साहिब को यह भूमि बिना स्टाम्प ड्यूटी के देने का निर्णय लिया है।

दो शहीदों सिपाही के ​आश्रि​तो को नोकरी

कैबिनेट ने दो शहीदों सिपाही सत्यवान और कैप्टन कपिल कुंडू की बहनों को सरकारी नौकरी देने की मंजूरी भी दी है।

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सत्यवान की बहन मंजू रानी को प्राथमिक शिक्षा विभाग में क्लर्क के पद पर एक रिक्त पद के खिलाफ सरकारी नौकरी दी गई है और कैप्टन कपिल कुंडू की बहन काजल कुंडू को रोजगार विभाग में सहायक रोजगार अधिकारी (ग्रुप-बी) के पद पर सरकारी नौकरी दी गई है।

ठेका संकाय नीति को भी मिली मंजूरी

Nayab Singh Saini ने कहा कि कैबिनेट एजेंडा में 19 विषय थे। सर्व सम्मति से सभी एजेंडोंं पर मोहर लगा दी गई है। Haryana सरकार ने मेडिकल, डेंटल और नर्सिंग कॉलेजों में प्रोफेसरों और अन्य शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए संविदा संकाय (संविदा जनशक्ति) की नियुक्ति की नीति को मंजूरी दी है।

यह नीति नए मेडिकल कॉलेजों के खोले जाने के साथ राज्य के शैक्षिक ढांचे को मजबूत करने के लिए स्वास्थ्य शिक्षा का विस्तार करने का उद्देश्य रखती है।

इस निर्णय से इन संस्थानों में योग्य संकाय सदस्यों की तत्काल कमी को दूर किया जाएगा। इन संविदात्मक भर्तियों में समय-समय पर प्रत्यक्ष भर्ती के लिए लागू आरक्षण नीति का भी पालन किया जाएगा। इस नीति को मंजूरी मिलने के बाद, सहायक प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के पदों के लिए भर्ती की जाएगी।

इन पदों पर होगी भर्ती

शिक्षण संकाय के लिए आयु सीमा 70 वर्ष तक होगी। नर्सिंग कॉलेजों के लिए प्रिंसिपल-कम-प्रोफेसर, वाइस प्रिंसिपल-कम-प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसर और ट्यूटर के पदों के लिए भर्ती की जाएगी।

उनकी नियुक्ति प्रारंभ में दो साल के लिए होगी और फिर इसे दो साल या नियमित नियुक्ति होने तक बढ़ाया जा सकता है।