परंपरागत संगीत विधाओं के गुरुओं को मिलेगा मानदेय : डीआईपीआरओ
Haryana: कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की ओर से लुप्त होती कलात्मक विधाओं की पहचान को कायम रखने व उन्हें संरक्षण देने के लिए गुरु शिष्य परंपरा प्रशिक्षण के तहत आवेदन आमंत्रित किए हैं।
कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग द्वारा लुप्त होती विधाओं जैसे लोक गायन, लोकगाथा, लोक चित्रकला, लोक नाट्य, दुर्लभ वाद्य यंत्रों, लोक नृत्य विधा का प्रशिक्षण देने वाले गुरुओं व उनके शिष्यों के नाम, पता व दूरभाष नंबर सहित विवरण की सूची मांगी गई है।Haryana
इस योजना के तहत सोमवार 10 जून तक आवेदन किया जा सकता है।जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी दिनेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरु शिष्य परंपरा प्रशिक्षण के तहत चयनित गुरु व शिष्यों को उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज द्वारा गुरु को 7500 रुपए प्रतिमाह, प्रति संगीतकार को 3750 रुपए प्रतिमाह एवं प्रत्येक शिष्य को 1500 रुपए प्रतिमाह एक वर्ष तक मानदेय प्रदान किया जाएगा।
इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए लघु सचिवालय स्थित जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है या फिर उक्त विद्याओं में पारंगत प्रशिक्षक अपना नाम, पता एवं दूरभाष नंबर सहित अन्य विवरण महानिदेशक कलां एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा, एससीओ नंबर-29, सेक्टर 7-सी, मध्य मार्ग, चंडीगढ़ के पते पर भेज सकते हैं ताकि उनका विवरण उत्तर-मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज को भिजवाया जा सके।Haryana