कर्मचारियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए डस्ट कलेक्टर लगवाया था। हादसा कैसे हुआ इसकी जांच करवाई जा रही हैं आशंका है। शार्ट सर्किट से हादसा हुआ है। घायलों तथा मरने वाले श्रमिकों का कंपनी प्रबंधन आर्थिक मदद कर रहा है। - सुभाष राणा, महाप्रबंधक, लाइफ लांग कंपनी धारूहेड़ा
Haryana: रेवाड़ी Blast में 14 की मौत, होली का फीका पडा रंग !
Haryana: धारूहेड़ा की लाइफ लॉन्ग कंपनी में बॉयलर का डस्ट कलक्टर से झुलसे श्रमिकों का मरने का सिलसिला नही रूक रहा है। रविवार को एक ओर श्रमिक की मोत हो गई। मृतको की संख्या 14 हो गई है।
बता दे कि धारूहेड़ा स्थित ऑटो पार्ट्स बनाने वाली लाइफ लॉन्ग कंपनी में डस्ट कलक्टर फटने से 39 श्रमिक घायल हो गए थे। रेवाडी से 23 श्रमिको को रोहतक रैफर किया था। वहां रोहतक से 4 श्रमिको को दिल्ली भेज दिया था। दिल्ली के दो तथा रोहतक 12 श्रमिको की मोत हो चुकी है। फिलहाल रोहतक में 7 तथाा दिल्ली में 2 श्रमिक उपचाराधीन है।
रविवार को एक ओर श्रमिक का मौत: शनिवार तक झुलसे हुए 13 श्रमिको की मौत हुई थी, वहीं रविवार को यूपी बहराईज जिले की तहसील रूपाहीडा के गावं गोकलपुर के रहने वाले नीरज 20 ने दम तोड दिया है। इसी के साथ मृतकों की संख्या 14 हो गई है।
बता कि इस हादसे में 18 श्रमिक 50 फीसदी से ज्यादा झुलस गए थे। ऐसे में ज्यादा झुलसे हुुए श्रमिक धीरे धीरे उपचार के दौरान दम तोड रहे है। झुलसे के तुरंत बाद ईलाज नहीं मिलने व इलाज में हुई देरी के चलते इन श्रमिको की हालत ज्यादा गंभीर हो गई थी। फिलहाल रोहतक में 7 तथा दिल्ली में 2 श्रमिक उपचाराधीन है। जिससे हालत अभी भी नाजूक बनी हुई है।
अब 30 लाख मिलेगा मुआवजा: कपनी की ओर ये एलान किया है अब मृतको के परिजनो को करीब 30 लाख मुआवता दिया जाएगा, वहीं आश्रित को आजीवन कंपनी की ओर से 15 000 रूपए मासिक पेंशन भी दी जाएगी। अचानक हुए हादसे से प्रशासन की नींद उडी हुई हैं। जहां पहले 6 लाख दिए जा रहे थे वही अब इस राशि बढाया गया है।
वहीं दूसरी ओर यूनियन कर्मचारी ठेकेदार व फैक्ट्री संचालक मालिक की गिरफ्तार की मांग कर रहे है। वहीं हादसे की शिकायत करने वाले राजकुमार ने 21 मार्च को रेवाड़ी अस्पताल से घर भेज दिया गया। राजकुमार के बयान पर शिवम ठेकेदार व कंपनी प्रबंधन पर मामला दर्ज किया गया था।