Hariyali Teej : हरियाली तीज आज, जानिए मूहुर्त व पूजा विधि

HARIYALI TEEJ

Hariyali Teej: भारत त्योहारों का देश है। हर माह यहां पर छोटे-बड़े त्यौहार मनाए जाते हैं। हरियाली तीज भी इन प्रमुख त्योहारों में से एक है जिसे हर साल हर्षोल्ला से मनाया जाता है। हालांकि पाश्चात शैली के चलते धीरे धीरे इस पर्व की गरिमा कम होती जा रही है। भारत में तीज तीन प्रकार से मनाई जाती है। हरियाली तीज, कजरी तीज और हरतालिका तीज।

क्यों है महिलाओं के लिए ये खास

बता दे कि इस दिन महिलाएं हरियाली तीज पर निर्जला व्रत रखती हैं। पहने वो अपना संपूर्ण श्रृंगार करती हैं ।

सुहागिन स्त्रियों के अलावा जो कुंवारी लड़कियां सावन में पड़ने वाली हरियाली तीज का विधि विधान पूर्वक व्रत रखती हैं तथा भगवान शिव एवं माता पार्वती की पूजा करते हैं उन्हें मनचाहे वर की प्राप्ति होती है।Rewari: तीज महोत्सव पर RPS School में प्रतियोगिता आयोजित

यहां से जुडा यह पर्व

बता दे कि हरियाली तीज के दिन माता पार्वती भगवान शिव जी पवित्र विवाह के बंधन में बंधे थे।इसलिए इस दिन को पति-पत्नी और प्रेमी जोड़ों के लिए बहुत खास महत्व का माना जाता है।

हरियाली तीज क्यों मनाई जाती है? (kyu manaya jata hai Hariyali Teej) –
भारत में हरियाली तीज का व्रत पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है। यह पर्व भोलेनाथ और माता पार्वती के मिलन की खुशी में मनाया जाता है।

 

हरियाली तीज पूजा मुहूर्त –

हरियाली तीज का पूजा मुहूर्त 2023 में 18 अगस्त को 8 बजे 01 मिनट से शुरु होकर 19 अगस्त की रात्री 10:19 बजे समाप्त हो जाएगी। इस तरह इस वर्ष यह त्यौहार 19 अगस्त को मनाई जाएगी।

मुहूर्त समय
सुबह सुबह 07:47 – सुबह 09:22
दोपहर दोपहर 12:32 – दोपहर 02:07
शाम शाम 06:52 – रात 07:15

 

 तीज की पूजा विधि

हरियाली तीज व्रत राजस्थान मारवाड़ी समाज के द्वारा अधिक मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं अपने पति दीर्घायु के लिए निर्जला व्रत रखती है। हरियाली तीज व्रत के दिन सभी महिलाएं सोलह सिंगार करती है। दिनभर उपवास रख के रात को माता पार्वती की पूजा पूरे विधि-विधान से की जाती है।Rewari: तीज महोत्सव पर RPS School में प्रतियोगिता आयोजित

 

फिर अगले दिन सुबह माता गौरी की पूजा करके इस व्रत को तोड़ा जाता है . पहली तीज पर नई बहू को सास पूरा सिंगार का सामान देती है, जिसमें कपड़े, चूड़ी, बिंदी, जेवर आदि सिंगार का सामान शामिल होते हैं।