Haryana: बादशाहपुर विधानसभा सीट रिक्त घोषित, जानिए अब BJP से कौन कौन है दावेदार ?

नहीं रहे गरीबो के मसीहा विधायक राकेश दौलताबाद
नहीं रहे गरीबो के मसीहा विधायक राकेश दौलताबाद

Haryana बादशाहपुर सीट से  (Badshahpur assembly seat )राकेश दौलताबाद विधायक थे। 25 मई को हार्ट अटैक के कारण उनका निधन हो गया था। हरियाणा के गुरुग्राम जिले के अंतर्गत आने वाली बादशाहपुर विधानसभा सीट रिक्त घोषित कर दी गई है।

2019 में राकेश दौलताबाद, बादशाहपुर से आजाद उम्मीदवार के रूप में जीत कर विधानसभा पहुंचे थे। विधानसभा सीट के लिए भाजपा कांग्रेस के दावेदार अब एक बार फिर इस सीट के एक्टिव हो गए हैं। अभी इस सीट पर भाजपा से 3 और कांग्रेस से 2 दावेदार बताए जा रहे हैं।

 

नोटिफिकेशन जारी: विधानसभा की ओर से इसको लेकर Notification  जारी कर दिया है। अब विधानसभा की तरफ से इसकी जानकारी चुनाव आयोग को भेजी जाएगी। चूंकि विधानसभा चुनाव के लिए 6 महीने से कम का समय है, इसलिए इस सीट पर चुनाव अन्य 89 सीटों के साथ ही कराए जाएंगे।

 

जानिए कौन कौन है दावेदार

BJP

बादशाहपुर विधानसभा सीट पर भाजपा की टिकट से 3 दावेदार हैं।  Badshahpur assembly seat  सबसे प्रबल दावेदार राव नरवीर सिंह हैं। इन्होंने 2014 में विधानसभा चुनाव लड़ा था और जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। खट्‌टर के पहले टर्म में इन्हें कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया था। हालांकि, 2019 में इनकी टिकट पार्टी ने काट कर मनीष यादव को टिकट दी थी, लेकिन वह निर्दलीय लड़े राकेश दौलताबाद से चुनाव हार गए थे।

इस सीट से दावेदार मुकेश शर्मा भी हैं, इन्होंने 2019 में निर्दलीय चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे, इस बार भी हलके में काफी एक्टिव हैं।

 

कांग्रेस के ये है दावेदार
कांग्रेस से अभी 2 दावेदारों के ही नाम चल रहे हैं। बताया जा रहा है कि राव नरवीर सिंह के ही भाई राव कमल वीर का है। इन्होंने 2019 में भी चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। इनके अलावा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के करीबी ब्राह्मण चेहरा जितेंद्र भारद्वाज भी दावेदार हैं।

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लोकसभा चुनाव के दिन हुआ थ दौलताबाद का निधन
2019 में राकेश दौलताबाद, बादशाहपुर से आजाद उम्मीदवार के रूप में जीत कर विधानसभा पहुंचे थे। शनिवार सुबह वोटिंग वाले दिन विधायक वोट डालकर अपने फार्म हाउस पर आराम करने गए थे।

वहां सुबह करीब 10 बजे उन्हें हार्ट अटैक आया। इसके बाद उन्हें निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान राकेश की मौत हो गई थी।