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Haryana : सांध्य हिंदी दैनिक पर विश्व में प्रथम बार संपन्न हुआ शोधकार्य ‘नित्य हलचल’ की भूमिका पर मुकुट अग्रवाल को मिली पीएचडी की उपाधि

On: November 5, 2025 11:26 AM
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सांध्य हिंदी दैनिक पर विश्व में प्रथम बार संपन्न हुआ शोधकार्य 'नित्य हलचल' की भूमिका पर मुकुट अग्रवाल को मिली पीएचडी की उपाधि

Haryana: राष्ट्रीय कवि संगम, रेवाड़ी के जिला अध्यक्ष एवं प्रखर रचनाकार,शोधार्थी मुकुट अग्रवाल को ‘हरियाणा की पत्रकारिता के विकास में ‘नित्य हलचल’ की भूमिका’ विषय पर उनके शोधकार्य हेतु सिंघानिया विश्वविद्यालय, पचेरी बड़ी (राजस्थान) द्वारा पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई है।

संगम के संरक्षक साहित्यकार सत्यवीर नाहड़िया ने बताया कि पत्रकार कांता भारती के कुशल संपादन में हिसार से प्रकाशित होने वाला ‘नित्य हलचल’ एक महत्त्वपूर्ण सांध्य हिंदी दैनिक था, जिसने अपने कलात्मक गैटअप, स्तरीय सामग्री और निष्पक्ष तथा रचनात्मक पत्रकारिता के कारण सांध्यकालीन समाचार-पत्रों में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई थी।Haryana

सिंघानिया विश्वविद्यालय की हिंदी प्राध्यापिका डॉ. आरती प्रजापति के कुशल निर्देशन में संपन्न हुआ यह शोधकार्य विश्व के किसी भी सांध्य हिंदी दैनिक पर होने वाला प्रथम शोधकार्य है, जिसका ऐतिहासिक महत्त्व है। उल्लेखनीय है कि अपने इकलौते सुपुत्र तथा भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी डॉ. मनुमुक्त ‘मानव’ के असामयिक निधन के बाद से ‘नित्य हलचल’ की पूर्व संपादिका कांता भारती वर्तमान में नारनौल में रहकर साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में वैश्विक स्तर पर सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।

‘पत्रकार-प्रवर’ और ‘आदर्श माता’ जैसी उपाधियों से विभूषित कांता भारती अर्थशास्त्र की प्राध्यापिका रही हैं। ‘डॉ. अमर्त्य सेन और उनका अर्थ-दर्शन’ पुस्तक की लेखिका कांता भारती की सुपुत्री डॉ. एस. अनुकृति वर्तमान में विश्व बैंक, वाशिंगटन डीसी (अमेरिका) में वरिष्ठ अर्थशास्त्री जैसे प्रतिष्ठित पद पर कार्यरत हैं।

उल्लेखनीय है कि मुकुट अग्रवाल ने हूडा सैक्टर, नारनौल स्थित उनके आवास ‘मनुमुक्त भवन’ में अपने शोध-प्रबंध की प्रति और पीएचडी उपाधि की फोटो प्रति भेंटकर कांता भारती को सम्मानित किया। इस अवसर पर उनके पति, वरिष्ठ साहित्यकार और शिक्षाविद् डॉ. रामनिवास ‘मानव’ भी उपस्थित रहे।

अग्रवाल के इस शोध कार्य के संपन्न होने पर राष्ट्रीय कवि संगम के अलावा बाबू बालमुकुंद गुप्त पत्रकारिता एवं साहित्य संरक्षण परिषद् , अखिल भारतीय साहित्य परिषद्, मित्रम्, बंजारा तथा हमारा परिवार जैसी साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक संगठनों से जुड़े प्रतिनिधियों ने खुशी जाहिर करते हुए बधाई दी है।

Sunil Chauhan

मै पिछले दस साल से पत्रकारिता में कार्यरत हूं। जल्दी से जल्दी देश की की ताजा खबरे को आम जनता तक पहुंचाने के साथ समस्याओं को उजाकर करना है।

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