बिना लाईसेंस जिले में चल रहे है 78 ईंट भट्ठे
रेवाड़ी : जिले में लाईसेंस को लेकर अधिकारी किस कदर जेब भर रहे है, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बिना लाईसेंस ईंट भट्ठों को सील करने व मामला दर्ज करने के बावजूद ईंटें आज भी पहले की तरह की पक रही है।FIR होने के बावजूद सैटिंग हावी बनी हुई है।
Haryana news: ब्याज का लालच देकर करोड़ों की ठगी, कंपनी का एमडी 5 साल बाद काबू
मामला दर्ज फिर भी ईंट भट्ठे चालू: जिले में कुछ ईंट भट्ठे ऐसे भी, जिनमें किसी के पास प्रदूषण बोर्ड की FIR एनओसी नहीं तो किसी के पास खनन विभाग की परमिशन नहीं है। उसके बावजूद भट्ठों पर सालों से ईंट तैयार हो रही है।
सेटिंग का कमाल: जिले में कुल 92 ईंट भट्ठे है। इनमें 78 प्रतिशत ईंट भट्ठों का 2018 से 2019 के बीच लाइसेंस खत्म हो चुका है। इन भट्टा संचालकों ने अपना लाइसेंस रिन्यू कराने की बजाए ‘सेटिंग’ कर सरकार को चूना लगाने के लिए अवैध रूप से चलाना शुरु कर दिया।
हैलो ! आपका एकाउंट हैक कर लिया गया है….हथकंडों से रहें सावधान,नहीं गायब हो जाएंगे खाते से पैसे
छापेमारी का काई असर नहीं: बगैर लाइसेंस चलने वाले ईंट भट्ठों पर CM फ्लाइंग की छापेमारी और FIR का कोई असर नहीं दिखाई दे रहा। पिछले 20 दिनों के अंदर मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने जिले में 10 ईंट भट्ठा संचालकों पर लाइसेंस रद्द के बावजूद संचालित करने पर FIR दर्ज कराई, लेकिन भट्ठों पर ईंटें आज भी पहले की तरह की पक रही है। जिनके कंधों पर कार्रवाई का जिम्मा है अब वह जांच कराने की बात कर रहे हैं।
FIR के बाद भी भट्ठे चालू: सीएम फ्लाइंग ने 20 दिनों के अंदर रेवाड़ी जिले में 10 ईंट भट्ठा संचालकों के खिलाफ अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज कराई। साथ ही संबंधित विभाग को भट्ठा बगैर लाइसेंस दोबारा संचालित नहीं होने की हिदायत दी गई। बावजूद इसके अभी भी ये ईंट भट्ठे दोबारा से चालू है। इससे सरकार को हर माह लाखों रुपए राजस्व का नुकसान हो रहा है। साथ ही मिट्टी का खनन कर भट्ठा संचालक मुफ्त में मालामाल हो रहे है।
Rewari news: धारूहेडा में दो बिल्डरों की हाउसिंग कालोनी सील… जानिए क्यों?-Best24news
CM फ्लाइंग ने की कार्रवाई: रेवाड़ी में ईंट भट्ठे अवैध रूप से संचालित होने की जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंची थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री उड़न दस्ते ने अपने स्तर पर जांच की तो सामने आया कि ज्यादातर ईंट भट्ठे अवैध रूप से संचालत हो रहे है। सबसे पहले बावल के गांव रसियावास में एक साथ 2 ईंट भट्ठों पर छापा मारा। मुख्यमंत्री ने उन तीनों डिपार्टमेंट खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, खनन विभाग व प्रदूषण बोर्ड के अधिकारी की टीम को भी शामिल किया, जिनके कंधों पर कार्रवाई का जिम्मा है। जांच में दोनों ही भट्टे 2018 के बाद अवैध रूप से संचालित पाए गए।
करेंगे कार्रवाई: DFSC
रेवाड़ी जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग अधिकारी (DFSC) अशोक कुमार रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री उड़न दस्ता द्वारा की गई कार्रवाई के बाद भी कुछ भट्ठों के दोबारा से संचालित होने की जानकारी मिली है। ऐसे भट्ठा संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।