Bharatnet Project: गांवो में भी चलेगा Fast Internet , इतने लाख ब्रॉडबैंड कनेक्शन देगी सरकार

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Bharatnet Project: पूरा देश डिजीटल को लेकर जोर पकड रहा है। मोबाइल में आई क्रांति से इसे ओर आसान बना दिया है। भारत नेट परियोजना (Bharatnet Project) के तहत सरकार ने 31 अक्टूबर माह तक 5 लाख ग्राम पंचायतों को फास्ट स्पीड ब्रॉडबैंड सर्विस से जोड़ने का लक्ष्य तय किया है।Bhiwadi: मारवाड़ी समाज की ओर से होली मिलन समारोह, ब्रज के गीतों पर देर रात तक झूमे लोग

बता दे ब्रॉडबैंड कनेक्शन के लिहाज से भारत नेट परियोजना (Bharatnet Project) विश्व की सबसे बड़ी ग्रामीण ब्रॉडबैंड परियोजना मानी जा रही है। जो गांवों तक फास्‍ट इंटरनेट पहुंचाएगा। यह पूरी मेक इन इंडिया प्रोग्राम है।

आपको बता दें कि भारत नेट योजना के तहत अब तक देश के दो लाख से ज्यादा गांव फाइबर कनेक्शन से जोड़े जा चुके हैं। बता दे कि अक्टूबर 2011 में इस परियोजना को नेशनल ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क (NOFN) के नाम से लांच किया गया था, लेकिन साल 2015 में केंद्र सरकार ने इस परियोजना का नाम बदलकर भारत नेट प्रोजेक्ट कर दिया था।

ग्रामीण इलाकों में सस्ती दरों पर ब्रॉडबैंड कनेक्शन लगाने की शुरुआत इसी महीने से होगी। ग्रामीण इलाकों में सस्ते ब्रॉडबैंड कनेक्शन के साथ मुफ्त मॉडम भी दिया जाएगा।

मेक इन इंडिया से डिजिटल इंडिया को मिलेगा बढ़ावा
भारतनेट प्रोजेक्ट को दुनियाभर में सबसे बड़ा ब्रॉडबैंड प्रोग्राम है जो गांवों तक फास्‍ट इंटरनेट पहुंचाएगा। यह पूरी मेक इन इंडिया प्रोग्राम है। भारतनेट प्रोजेक्ट के जरिए सरकार ‘डिजिटल इंडिया’ पहल को बढ़ावा दे रही है क्‍योंकि इससे गांव-गांव तक इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

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इस परियोजना को तीन चरणों में पूरा करने का लक्ष्य सरकार ने रखा है। पहले चरण की शुरुआत 2017 में हुई थी। इसे इस साल यानी 2023 में पूरा करने का लक्ष्य सरकार ने रखा है।

खर्च होगे 250 करोड़ रुपये
मार्च के दूसरे सप्ताह से पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसकी शुरुआत की जाएगी। इसके लिए केंद्र सरकार ने भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के साथ 250 करोड़ रुपये का करार किया है। BSNL 250 करोड़ रुपये की इस राशि का उपयोग उपभोक्ताओं को मुफ्त में मॉडम उपलब्ध कराने में करेगी।

इस महा तक होगा लक्ष्य पूरा
इस योजना के तहत सरकार द्वारा इस साल 31 अक्टूबर तक देश के ग्रामीण इलाकों में 5 लाख कनेक्शन लगा देने का लक्ष्य तय किया गया है। लेकिन लक्ष्य को तय करना किसी चुनोती से कम नहीं है।