Haryana सरकार ने अनाज मंडियों में फसल लेकर आने वाले किसानों के लिए एक नई व्यवस्था शुरू की है। अब किसानों को QR कोड आधारित गेट पास जारी किया जाएगा। इस व्यवस्था के लागू होने के बाद कोई भी फर्जी किसान मंडी में अपनी फसल नहीं बेच सकेगा। इसके साथ ही असली किसानों को अब गेट पास लेने में किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। पहले किसानों को कई बार शिकायत करनी पड़ती थी कि जब वे अपनी फसल लेकर मंडी पहुंचते थे, तो गेट पास नहीं मिलता था। इस समस्या का कारण था कि जमीन का रिकॉर्ड साझा होने के कारण कई किसानों का रजिस्ट्रेशन एक ही जमीन पर दर्ज हो जाता था, जिससे असली किसान को दिक्कतें झेलनी पड़ती थीं।
नई व्यवस्था के तहत अब किसान खुद ही अपने मोबाइल फोन से गेट पास बना सकेंगे। जिस मोबाइल नंबर से किसान ने अपनी फसल का रजिस्ट्रेशन किया है, उसी से वे QR कोड वाला गेट पास जनरेट करेंगे। जब किसान अपनी फसल लेकर मंडी पहुंचेगा, तो उसे सिर्फ अपने मोबाइल पर मौजूद गेट पास को गेटकीपर को दिखाना होगा। इस दौरान OTP के माध्यम से किसान की पहचान की पुष्टि की जाएगी। इस प्रक्रिया से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि केवल वही किसान अपनी फसल बेच सके, जिसने वास्तविक रूप से रजिस्ट्रेशन करवाया है। इससे मंडियों में होने वाले फर्जीवाड़े और दलालों की भूमिका पर भी रोक लगेगी।
फर्जी किसान नहीं बेच पाएंगे फसल, होगी पूरी पारदर्शिता
पहले कई बार ऐसा होता था कि किसी दूसरे व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत जमीन पर अन्य किसान अपनी फसल बेच देते थे। इससे वास्तविक किसान को नुकसान झेलना पड़ता था और उसे अधिकारियों के चक्कर लगाने पड़ते थे। कई बार तो SDM के सत्यापन के बाद ही गेट पास जारी किया जाता था। लेकिन अब इस डिजिटल व्यवस्था के आने से पारदर्शिता बढ़ेगी और किसान को मंडी में पहुंचते ही उसका गेट पास तुरंत मिल जाएगा। इससे समय और मेहनत दोनों की बचत होगी। इसके अलावा, इस नई प्रणाली से राज्य सरकार को भी सटीक आंकड़े मिलेंगे कि किस किसान ने कितनी फसल बेची है और कहां से लाया है।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने दिए निर्देश, मंडियों में लागू हुई व्यवस्था
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के संयुक्त आयुक्त ने इस नई व्यवस्था को लेकर सभी SDM और मंडी समिति सचिवों को निर्देश जारी किए हैं। यह योजना अब प्रदेश की विभिन्न मंडियों में लागू कर दी गई है। बल्लभगढ़ मंडी समिति के सचिव एवं कार्यकारी अधिकारी इंद्रपाल सिंह ने बताया कि अब मंडी में गेट पास QR कोड प्रणाली से जारी किए जा रहे हैं।
किसान जहां कहीं भी हों, वहीं से अपने मोबाइल फोन के माध्यम से ई-खरीद (e-Purchase) से संबंधित जानकारी अपलोड कर सकते हैं। इसके बाद उनके सभी विवरण मोबाइल स्क्रीन पर दिख जाते हैं और गेट पास तुरंत जनरेट हो जाता है। जब किसान मंडी गेट पर पहुंचता है, तो वह गेटकीपर को अपना गेट पास दिखाता है और उसकी एंट्री हो जाती है। इस नई व्यवस्था से फर्जी किसानों द्वारा फसल बेचने की घटनाएं पूरी तरह समाप्त हो जाएंगी और असली किसानों को उनका हक आसानी से मिल सकेगा।

















