Char Dham Yatra अगर आप परिवार के साथ बिना टैंशन के चार तीर्थ यात्रा धूमना चाहते है तो सुनहरा मौका है। धारूहेड़ा से इसी माह चार तीर्थ धाम के बस रवाना होने वाली है। ये बस ज्योतिबा फूले पार्क से 28 मई का रवाना होगी

Char Dham Yatra जानिए क्या है इन चार तीर्थ यात्रा के फायदे
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बद्रीनाथ धाम को सृष्टि का आठवां वैकुंठ भी कहा जाता है। यहां भगवान विष्णु छह महीने विश्राम करने के लिए आते हैं। साथ ही केदारनाथ धाम में भगवान शंकर विश्राम करते हैं। केदारनाथ में दो पर्वत हैं, जिन्हें नर और नारायण नाम से जाना जाता है। वह भगवान विष्णु के 24 अवतारों में से हैं।
शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि चार धाम यात्रा करने से व्यक्ति को जीवन और मरण के चक्र से मुक्ति प्राप्त हो जाती है। एक कहावत को लेकर यह भी कहा गया है की जो व्यक्ति एक बार भी बद्रीनाथ के दर्शन करता है, उसे उदर यानि गर्भ में नहीं जाना पड़ता है।
देश के हर कोने में प्रसिद्ध चार धाम की यात्रा करने से व्यक्ति को विभिन्न क्षेत्रों की भाषा, इतिहास, धर्म इत्यादि और उस जगह से जुड़ी परंपरा आदि से परिचित होने का मौका मिलता है। इससे आत्मज्ञान में वृद्धि होती है। अधिकांश लोग बुढ़ापे में तीर्थ यात्रा करते हैं। बता दे जो लोग जवानी में ही इस तीर्थ यात्रा को पूरा कर लेते हैं, उन्हें परम ज्ञान की प्राप्ति हो जाती है।
तीर्थ यात्रा में व्यक्ति को अधिकांश समय पैदल चलना पड़ता है। जिससे शरीर में ऊर्जा बढ़ती है और ऐसा करने से आयु में वृद्धि होती है। इसलिए शास्त्रों में भी कहा गया है कि जो लोग चार धाम की यात्रा करते हैं, उन्हें आरोग्यता एवं आयु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

















