दिल्ली: क्वलीटी सर्किल बनाना कोई बडी बात नहीं है। सबसे अहम बात यह है कि आप कितनी बनी समस्या का समाधान करते है या फिर ये समझो की आपके प्रोजैक्ट कंपनी में कितना कारगार है।QCFI: तेजी से क्यों बढ रही Quality circle की डिमांड, जानिए क्या है इसके फायदे?
लक्ष्य निर्धारित करना और सफलता मापना
यह सुनिश्चित करने के लिए कि क्वालिटी सर्कल कार्यक्रम प्रभावी है, सदस्यों को विशिष्ट लक्ष्यों की पहचान करनी चाहिए जो मुख्य रूप से प्रक्रिया की गुणवत्ता, प्रक्रिया उत्पादकता आदि से संबंधित हैं। लक्ष्यों को उनके समग्र प्रभाव के आधार पर प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
लागत लाभ विश्लेषण, पैरेटो विश्लेषण आदि के माध्यम से प्राथमिकता दी जा सकती है, उपलब्ध संसाधनों के आधार पर ऐसा करने के कुछ तरीके हैं।
कर्मचारियों को प्रशिक्षण और शिक्षित करना
जो कर्मचारी क्वालिटी सर्किल कार्यक्रम का हिस्सा होंगे, उन्हें पेरेटो चार्ट, सांख्यिकीय प्रक्रिया नियंत्रण इत्यादि जैसे गुणवत्ता सुधार उपकरणों के साथ प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। ऐसे सदस्यों को समूह और उनके पर्यवेक्षकों को अपने निष्कर्ष दिखाने के लिए संचार में प्रशिक्षण की भी आवश्यकता है।OLA दे रहा ₹26000 की छूट, Electric Scooter खरीदने का सुनहारा मौका!
एक बार जब लक्ष्यों को प्राथमिकता दी जाती है, तो कार्यों, मील के पत्थर और समयसीमा के साथ एक योजना विकसित करने की आवश्यकता होती है। एक योजना के निर्माण के बाद, प्रगति को प्रदर्शन मेट्रिक्स के आधार पर मापा जाना चाहिए। गुणवत्ता मंडल के सदस्यों और पर्यवेक्षकों सहित सभी को प्रगति के बारे में भी सूचित किया जाना चाहिए।
गुणवत्ता सर्किलों में आने वाली चुनोतियां
- कुछ कर्मचारी क्वालिटी सर्कल के विचार का विरोध कर सकते हैं
- नेतृत्व की कमी हानिकारक हो सकती है
- कर्मचारी कौशल, प्रशिक्षण आदि सहित संसाधनों की कमी।
- बैठक नियमित नहीं करना या फिर मंबरो की उपस्थिति कम होना
सफलता के टिप्स
प्राजेक्ट में टारगेट हमेशा स्मार्ट रखे, यानि ज्यादा बडा टारगेेट नहीं चाहिए।
मेंबरो के अलावा अन्य दूसरे पोटेशनल मेंबरो को भी मिटिंग में शामिल करे
मिटिंग में विचार यानि आइडियोंं की संख्या ज्यादा होनी चाहिए, गुणवता भले नही हो।
समस्या समाधान में कोई बडी बाधा आती है टॉप मेनेजमेंट से सहायता लें।
बैठक के साथ प्रजेटेशन स्कील को बढाना बहुत जरूरी है।
प्रजेंटेशन की तैयारी करनी चाहिए।