Haryana News: हरियाणा सरकार द्वारा शिक्षकों के लिए एमआईएस पोर्टल पर ऑनलाइन शिक्षक डायरी अनिवार्य करने के आदेश के विरोध में गुरूवार को रेवाड़ी जिले के शिक्षक सड़कों पर उतर आए। हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन (हसला) और राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के संयुक्त नेतृत्व में शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय रेवाड़ी पर प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही आदेश वापस नहीं लिया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
हसला के जिला प्रधान मनोज मसानी और राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान धर्मेंद्र यादव ने कहा कि , “शिक्षक पहले से ही ऑफलाइन डायरी नियमित रूप से भरते हैं। अब ऑनलाइन डायरी लिखने का फरमान न केवल अव्यवहारिक है, बल्कि इससे शिक्षकों का कीमती समय बर्बाद होगा। यह व्यवस्था स्कूलों के शैक्षिक माहौल को भी प्रभावित करेगी।”

प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान धर्मेंद्र यादव ने कहा, “ज्यादातर सरकारी स्कूलों में न तो कंप्यूटर हैं और न ही इंटरनेट की सुविधा। ऐसे में यह आदेश तुगलकी फरमान जैसा है, जिससे शिक्षक मानसिक दबाव में आ जाएंगे।”
प्राचार्या नम्रता सचदेवा ने कहा कि तकनीकी कार्यों में उलझने से शिक्षकों का ध्यान विद्यार्थियों की पढ़ाई से हट जाएगा और इसका सीधा असर शिक्षा की गुणवत्ता पर पड़ेगा।
शिक्षक प्रतिनिधिमंडल ने जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार सांभरिया और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कपिल पूनिया को शिक्षा मंत्री व शिक्षा निदेशक के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन डायरी अनिवार्यता को तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाए। शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही आदेश वापस नहीं लिया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। जिसके लिए विभाग ही जिममेदा होगा।
ये रहे मौजूद: इस मौके पर राजवीर यादव (जिला महासचिव), सुनील यादव, पवन शर्मा, रविंद्र यादव (पूर्व प्रधान), संजय डाबला (जिला उपप्रधान), रमेश सिंघल, कर्मचंद यादव (ब्लॉक प्रधान), पतराम, टेकचंद शर्मा, प्रमोद यादव, अजय यादव (कोषाध्यक्ष), रमेश शास्त्री (प्रेस सचिव), कपिल कुमार, निखिल मुदगिल, राकेश जेलदार, पूनम यादव, सीता मैडम, सीमा यादव, प्रियंका डागर, रेखा बलड़ोदिया, राज सिंह समेत सैकड़ों शिक्षक मौजूद रहे।

















