बीजेपी ने 2014 के विधानसभा चुनाव में अस्थाई स्कूलों को एकमुश्त स्थाई मान्यता देने का प्राईवेट स्कूल संघ से वायदा कर इसको घोषणा पत्र में शामिल किया था लेकिन 11 वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक पूरा नहीं किया गया है।Haryana News
हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ, रेवाड़ी जिला के प्रधान-ब्रह्म प्रकाश सैनी ने कहा कि भाजपा ने 2014 विधानसभा चुनाव के अपने घोषणा पत्र में वादा किया था कि सरकार बनने के बाद अस्थाई स्कूलों को नियमों में सरलीकरण करके एकमुश्त स्थाई मान्यता दी जाएगी, लेकिन अभी तक घोषणा पत्र को खोल कर भी नहीं देखा है।Haryana News
प्रधान ब्रह्म प्रकाश सैनी ने कहा कि इनमें से बहुत से स्कूलों को बने हुए 30 वर्ष से भी ज्यादा समय हो गया है। ये अस्थाई स्कूल जमीन की शर्त को छोड़कर अन्य सभी नियमों को पूरा करने के लिए तैयार हैं, क्योंकि इन स्कूलों के भवनों के पास मकान बने हुए हैं। इनके पास खाली जगह नहीं है, ऐसे मे जमीन की शर्त पूरा करना इनके लिए संभव नहीं है।
प्रधान ब्रह्म प्रकाश सैनी ने कहा कि इन स्कूलों में ढाई लाख से भी ज्यादा गरीब व मध्यवर्गीय परिवारों के बच्चे कम फीस में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और अभिभावक भी अपने बच्चों को इन स्कूलों में पढ़ाना चाहते हैं, क्योंकि ये स्कूल उनके बजट के हिसाब से फिट बैठते हैं।
इसलिए संघ ने सरकार से मांग की कि 1032 अस्थाई परमिशन प्राप्त स्कूलों का एक्सटेंशन लेटर जारी किया जाए और उसके बाद घोषणा पत्र के वायदे अनुसार नियम सरलीकरण कर स्थाई मान्यता दे देनी चाहिए ताकि हर गरीब का बच्चा कम फीस में अपनी पढ़ाई जारी रख सके।
संघ के जिला प्रधान ब्रह्मप्रकाश सैनी ने कहा कि प्रदेश के हजारों प्राईवेट स्कूलों के एमआईएस पोर्टल तीन महीने से बंद पड़े हैं जिस कारण इन स्कूलों में बच्चों के ऑनलाइन दाखिले नहीं हो पा रहे हैं।
इन स्कूलों का एमआईएस पोर्टल जल्द से जल्द खोला जाए। साथ ही एग्जिस्टिंग व एमआईएस पोर्टल पर पंजीकृत स्कूलों का भी समाधान करने की मांग की। संघ के जिला प्रधान ब्रह्म प्रकाश सैनी ने स्कूल सोसायटियों पर लगाए गए एक एक लाख रुपए जुर्माने को भी माफ करने की मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मांग की है।

















