Eastern Peripheral Expressway: पूरे देश में सडको को जाल बिछाया जा रहा है। हरियाणा के कुंडली क्षेत्र से शुरू होकर पलवल तक जाने वाले इस एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई 135 km होगी। इस एक्सप्रेस वे के बनने से न सिर्फ दिल्ली एनसीआर में आवागमन आसान हो जाएगा बल्कि अन्य राज्यों की भी दिल्ली से सीधे कनेक्टिविटी हो जाएगीं
राष्ट्रीय राजधानी में एक ऐसा एक्सप्रेस वे निर्माणधीन है जो दिल्ली- NCR को चारों तरफ से जोड़ने के बाद देहरादून, शिमला, लेह, लद्दाख और मुंबई तक की आपस में कनेक्टिविटी कर देगा।खत्म होगी EV चार्जिंग की टेंशन! पूरे देश में बिछेगा चार्जिंग स्टेशनों का जाल, हर 3 किमी. पर होगा सेंटर
यह एक्सप्रेसवे हरियाणा के कुंडली से शुरू होकर यूपी के बागपत, गाजियाबाद, नोएडा- ग्रेटर नोएडा होते हुए पलवल तक जाएगा। NHAI के एक अधिकारी ने बताया कि आने वाले समय में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के ऊपर ट्रैफिक दबाव बहुत अधिक रहने वाला है।
ईस्टर्न पेरिफेरल नाम के इस एक्सप्रेस वे की अगले साल तक पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस एक्सप्रेस वे का विश्वस्तरीय मानकों के अनुरूप निर्माण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मार्च 2024 तक ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेस वे से जुड़ जाएगा. इसके साथ ही, अगले कुछ महीनों में इसे यमुना एक्सप्रेस वे से भी जोड़ दिया जाएगा.
इस शहरो को होगा फायदा: ऐसे में इस एक्सप्रेसवे से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड से लेकर जम्मू- कश्मीर और लद्दाख तक पहुंचना बेहद आसान रहने वाला है।
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इस एक्सप्रेस वे को जेवर एयरपोर्ट और दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए 30 km लंबा सिक्स लेन एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। NH- 24 पहले से ही ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जुड़ा हुआ है।
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे पर बढ़ेगी सुविधाएं
NHAI ने बताया कि दिल्ली के बाईपास ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को अब और विश्वस्तरीय मानकों के अनुरूप बनानें की दिशा में कई सुविधाओं से लैस किया जाएगा. मई के पहले हफ्ते से सभी पेट्रोल पंपों पर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे.
एक्सप्रेस वे पर सफर करने वाले लोगों के लिए खाने- पीने की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। गाड़ी अगर पंचर हो जाती है तो तुरंत प्रभाव से ठीक करने की सुविधा मिलेगी।
सुलभ शौचालयों से लेकर बच्चों के खेलने के लिए पार्क भी होंगे। एक्सप्रेस वे पर लगी पुरानी लाइटें ठीक की जाएगी और साइन बोर्ड की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।