दुकानों पर 270 की जगह वसूल रहे 320 से 350 रूपए
धारूहेडा: सरकारी समितियों पर यूरिया खाद न मिलने से किसान परेशान हैं। किसान सुबह से लेकर शाम तक समितियों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें कहीं भी खाद नहीं मिल रही है। सरकारी सोसाइटी पर खाद न मिलने से मजबूर होकर किसानों को प्राइवेट दुकानों पर मंहगी खाद लेना पड़ रहा है।बसपा प्रत्याशी हेमकरण ने चुनाव से पहले पार्टी को कहा वाय वाय, भाजपा का थामा दामन
किसानों सत्य, रोहित ने बताया कि कि गेहूं, सरसो में यही खाद डालने का समय है और इस समय कहीं पर भी सोसाइटी पर खाद नहीं मिल रही है। किसानोंं का कहना है मजबूर होकर धारूहेडा में 270 की खाद 350 रुपए में प्राइवेट दुकानों से लेना पड़ रहा है। बुधवार को दोनो किसनाो ने 320 रूपए में खाद लिया।
सरेआम हो रहा ब्लैक: पहली टॉप ड्रेसिंग के लिए यूरिया खाद के किसानों को भटकना पड़ रहा है। यूरिया की कमी से जूझ रहे किसान खुले बाजार से ब्लैक में यूरिया खरीदने के लिए विवश हैं। खेत में उग चुके गेंहू की पहली टॉप ड्रेसिंग फसल की उचित बढ़वार के लिए खाद बेहद जरूरी है। किसानों ने कालाबाजारी करने वाले दुकानदारो पर कार्रवाई करनेे की मांग की है ताकि आगे वे ऐसा न करें।BJP News: भाजपा महिला मोर्चा के विस्तार के लिए रेवाडी में बैठके आयोजित
मुझे भी रेवाडी एसडीओ से सूचना मिली थी यूरिया महंगा दिया जा रहा है। वह स्वयं धारूहेडा आए तथा यहां पर पूछताछ की गई है। एक शिकायत मुझे मिली है। वह अपने सामने खाद बिक्री करवाएगा ताकि कालाबाजारी नहीं हो। कालाबाजारी करने वालो के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अंकित, एडीओ कृषि विभाग धारूहेडा
















