अनोखा घर: हरियाणा ओर राजस्थान में बने घराों का एक ही आंगन, एक ही गेट

KRISHAN DAYAMA

Unique house at Bhiwadi:  अक्सर परिवार में मनमुटाव की वजह से घरों का बंटवारा होता रहता है। इतना ही नहीं दो राज्यों मेंं होने के बावजूद एक बाउंडी मे मकान बनाकर रहना किसी अचंबे से कम नहीं है।

चौधरी टेकराम दायमा के दोने बेटे (कृष्ण दायमा और ईश्वर दायमा) अपने बेटे-पौत्रों के साथ एक ही छत के नीचे पूरे परिवार के साथ रहते हैं।यह सुनने में थोड़ा अजीब तो लग रहा होगा लेकिन हक़ीक़त में एक हर ऐसा है जो हरियाणा-राजस्थान की सीमा के बीच में स्थित है। यह मकान हरियाणा के रेवाड़ी जिले और राजस्थान के अलवर जिले की सीमा पर मौजूद है। सब लोग घर की कहानी सुन कर रह हैरान हो जाते है।

Rewari: Dharuhera सेक्टर चार RWA की बैठक 23 को, चैयरमेन व पार्षद भी होंगे शामिल

अनोखे घर में रहने वालो सदस्यों का कहना है कि उन लोगों को तो घर में रहने की आदत हो गई है इसलिए हरियाणा-राजस्थान सीमा सुनकर अजीब नहीं लगता है।

DAYMA HOME 12

वहीं इसी परिवार के सदस्य कृष्ण ( ईश्वर दायमा के भाई) के सभी सरकारी दस्तावेज़ वोटर आईडी, आधार कार्ड, राशन कार्ड समेत सार दस्तावेज़ हरियाणा के हैं। आपको बता दें कि कृष्ण खुद धारूहेड़ा नगर पालिका (रेवाड़ी, हरियाणा) से दो बार से पार्षद रह चुके हैं।

जिसमें रेवाड़ी (हरियाणा) के धारूहेड़ा नगर पालिका के पूर्व पार्षद कृषण दायमा और अलवर (राजस्थान) भिवाड़ी नगर परिषद के पार्षद हवा सिंह का नाम लिखा हुआ है।

 

ग़ौरतलब है कि इस घर में रहने वाले चाचा हरियाणा के तो भतीजा राजस्थान के निवासी हैं। दायमा परिवार के इस घर की वजह से सीमाओं की बंदिश का पता ही नही चलता है। घर में मोबाइल नेटवर्क भी कभी हरियाणा का तो कभी राजस्थान का दिखाता है।

हरियाणवी और एक भाई राजस्थानी सरकारी दस्तावेज़ों की बात की जाए तो ईश्वर दायमा के सारे सरकारी दस्तावेज वोटर आईडी, आधार कार्ड, राशन कार्ड समेत सभी दस्तावेज राजस्थान के हैं।

Rewari: धारूहेड़ा हाउसिंग बोर्ड का फीडर बंद रहेगा आज, सात घंटे बिजली रहगी गुल

कमरे हरियाणा में और आंगन राजस्थान में यह अनोखा घर अलवर बाईपास पर है, इसका एक दरवाजा राजस्थान में तो दूसरा हरियाणा में खुलता है। इसके कमरे हरियाणा में और आंगन राजस्थान में हैं।

 

DAYAMA HOME

काफ़ी मिन्नतों के बाद तेंदुए को राजस्थान से आई टीम ने रेस्क्यू किया। एक ही परिवार में दो प्रदेश की नागरिकता स्थानीय निवासी बताते हैं कि 1960 में चौधरी टेकराम दायमा (कृष्ण दायमा के पिता) यहां रहने आए थे। उस वक़्त उनकी ज़मीन आधी हरियाणा में और आधी जमीन राजस्थान में थी।

ग़ौरतलब है कि हरियाणा-राजस्थान की सीमा पर स्थित इस घर के चाचा हरियाणा और भतीजा राजस्थान में अपने इलाके के पार्षद रह चुके हैं। इस मकान में एक साइन वोर्ड भी लगा हुआ है। लेकिन जब कोई रिश्तेदार या कोई बाहरी व्यक्ति आता है तो उन्हें यह सीमा के बीचो-बीच घर होने वाली बात हैरान कर देती है।Rewari News: क्या उपप्रधान के कमरे में महिला पार्षदों का बैठना गुनाह है

 

हवा सिंह ( पार्षद, भिवाड़ी नगर परिषद) ने बताया कि कुछ साल पहले एक तेंदुआ घर में घुस आया था राजस्थान-हरियाणा सीमा की वजह से कोई भी रेस्क्यू टीम तेंदुए को पकड़ने के लिए नहीं आ रहा था।