धारूहेडा: बार बार लोगो को जागरूक करने के बावजूद लोग शातिर के ठगी का शिकार हो ही जाते हैंं एक बार फिर धारूहेडा के नंदरामपुरबास निवासी किसान सुरेंद्र सस्टा ट्रेक्टर खरीदने के लालच मे दो लाख गंवा बैठा। उसे न तो ट्रेक्टर मिला तथा न ही दी हुई रकम वापस।
साइबर पुलिस को दी शिकायत में गांव नंदरामपुर बास के सुरेंद्र कुमार ने कहा है कि 19 मार्च को उन्होंने फेसबुक पर पुराने ट्रैक्टर खरीदने व बेचने का विज्ञापन देख कर उसमें दिए मोबाइल नंबर पर काल की थी। मोबाइल उठाने वाले ने ट्रेकटर मालिक मलकित सिंह बताया।Rewari: कोसली में दुकानदार को घोंपा पेचकश, जान से मारने की धमकी देकर फरार
विश्वास के लिए भेजा आई कार्ड: सुरेंद्र का विश्वास जीतने के लिए मलकीत ने अपने आई कार्ड व आधार कार्ड की फोटो भी उनके पास भेजी। मलकीत ने सुरेंद्र सिंह को ट्रैक्टर मिलने के बाद पेमेंट देने के लिए कहा, जिस कारण उस पर विश्वास हो गया।
Transport Charge : मलकीत ने बताया कि ट्रैक्टर भेजने के लिए दस हजार 550 रुपये ट्रांसपोर्ट चार्ज देने के लिए कहा और क्यूआर कोड भेज कर रुपये जमा करा लिए। किसान भी सस्ता सौदा मिलने के चक्कर मे उलझता ही चला गया।
रुपये भेजने के बाद मलकीत ने बताया कि उन्होंने ट्रांसपोर्ट से ट्रैक्टर भेज दिया है और 20 मार्च को उन्हें मिल जाएगा। 20 मार्च को उनके पास एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने खुद को ट्रांसपोर्ट वाला बताया और बिल्टी के नाम पर 31 हजार रुपये जमा करा लिए।Rewari News: युवा संगठन DYO व महिला संगठन ने निकाला मसाल जुलूस
दोबारा ली पेयमेंट: दोबारा ने उसके पास फोन आया तथा अदर स्टेट ट्रांसपोर्ट फीस के नाम पर 45 हजार रुपये जमा करा लिए। इसके बाद सुरेंद्र ने 45 हजार रुपये भी जमा करा दिए। फिर फोन आया तथ कहा कि वेरिफिकेशन के नाम पर 12 हजार 800 व जीएसटी के नाम पर 15 हजार रुपये और जमा करा लिए।
तीसरी बार फिर आया कॉल: दो लाख दस हजार रुपये जमा होने के बाद फिर से 66 हजार रुपये जमा कराने के लिए कहा तो सुरेंद्र को ठगी का संदेह हुआ। जब तक शातिर अपना काम कर चुके थे। सुरेंद्र ने इसकी शिकायत साइबर पुलिस