चार स्टेट, चार फर्जी आईडी, सीसीटीवी फुटेज बने गवाह
Sukhdev Singh : दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (क्राइम) रवींद्र यादव ने मीडिया को बताया कि 5 दिसंबर को जयपुर में गोगामेड़ी के घर पर हत्या करने के तुरंत बाद अधिकारियों ने शूटरों पर नजर रखनी शुरू कर दी थी।वाहन चालकों की बल्ले बल्ले: रेवाडी सहित हरियाणा के ये छह टोल हुए बंद
तीनो टीमों के तालमेल व सीसीटीवी फुटेज के चलते हत्यारियों को 70 घंटे में ही दबोचल लिया है। जब बदमाशोंं ने चार दिन में चार राज्य बदले इतन ही नहीं फर्जी आईडी से हर जगह अपना परिचय दे रहे थे।बिजली बिलों के लिए रेवाड़ी सेक्टर- 3 में कैश काउंटर लगेगा आज
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi Murder) की उनके घर के अंदर गोली मारकर हत्या करने के चार दिन बाद उन्हें गोली मारने के 2 आरोपियों रोहित राठौड़ और नितिन फौजी को शनिवार को चंडीगढ़ में गिरफ्तार कर लिया गया।
उनके साथ एक अन्य सहयोगी उधम सिंह भी था. जिसने कथित तौर पर उन्हें पुलिस से बचकर भागने में मदद की थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए रोहित राठौड़ और नितिन फौजी ने 4 दिनों में 4 राज्यों की यात्रा की। तीन टीमो ने एक साथ इस तरह घेरा कि वे रात को होटल मे पहुंचे ही दबोच लिए गए।वाहन चालकों की बल्ले बल्ले: रेवाडी सहित हरियाणा के ये छह टोल हुए बंद
फर्जी आईडी से लिया था रूम: चंडीगढ़ के जिस होटल से उन्हें गिरफ्तार किया गया, वहां रुकने के लिए भी उन्होंने फर्जी आईडी का भी इस्तेमाल किया। गनीमत यहीं हुई कि पुलिस के पास उनक फोटो व जगह जगह की सीसीटीवी होने के चलते वे अपनी आई छीपा नहीं पाए।
जानिए कैसे उधम सिंह से हुई मुलाकात
पुलिस के मुताबिक चार साल पहले एक ही सेंटर में भारतीय सेना के लिए प्रशिक्षण लेने के बाद नितिन फौजी का उधम सिंह से परिचय हो गया था। सिंह की मदद से दोनों शूटरों ने हिमाचल प्रदेश के मनाली के लिए एक टैक्सी किराए पर ली।रेवाड़ी सेक्टर-4 RWA की आम सभा 17 को, नए मतदान के लिए 31 तक करे अप्लाईजहां वे एक या दो दिन रुके और बाद में 9 दिसंबर को चंडीगढ़ वापस आ गए. तीनों ने चंडीगढ़ के होटल कमल पैलेस में कमरा बुक करने के लिए देवेंदर, जयवीर और सुखबीर के नाम से जाली आधार कार्ड का इस्तेमाल किया।बिना फेरे लिए रेवाड़ी से दुल्हन की विदा, 100 से अधिक लोंगो पर मामल दर्ज ?
. जयपुर से रोहित राठौड़ और नितिन फौजी एक टैक्सी में डीडवाना भाग गए और वहां से उन्होंने दिल्ली के लिए बस ली। दोनों हरियाणा के धारूहेड़ा में उतरे और एक ऑटोरिक्शा लेकर रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां से वे हिसार के लिए ट्रेन में सवार हुए।
नितिन फौजी और रोहित राठौड़ 6 दिसंबर को हिसार रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए थे. फिर दोनों की मुलाकात उधम सिंह से हुई, जिन्होंने उन्हें पुलिस से छिपने में और मदद की।