Rewari: रेवाड़ी जिले में लंबे समय से जर्जर सरकारी विद्यालयों की अब काया कल्प होने वाली है। जर्जर भवनों की जल्द ही मरम्मत के लिए 9 करोड़ रुपये का एस्टीमेट बनाकर मुख्यालय को भेजा है।
बता दे कि रेवाड़ी जिले कई सरकारी स्कूल ऐसे हैं जिनके भवन जर्जर हो चुके हैं। अगर समय रहते हुए इनकी मरम्मत नहीं हुई तो कभी भी हादसा हो सकता है।
जानिए किन स्कूलों की बिल्डिंग है खराब: राजकीय मिडिल स्कूल मंगलेश्वर में मरम्मत कराई जाएगी। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नांगल शहबाजपुर में दीवार, नांगल बावल का भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका था।
इस भवन में बच्चे नहीं बैठ सकते हैं। इसलिए तीनों ही विद्यालय में नए भवन बनाए जाएंगे। राजकीय मिडल स्कूल मंगलेश्वर में मरम्मत कराई जाएगी
वर्तमान में राजकीय मिडिल स्कूल हरिनगर, राजकीय प्राथमिक पाठशाला बाधोज व राजकीय कन्या प्राथमिक विद्यालय बावल का भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। इसलिए तीनों ही विद्यालय में नया भवन बनाया जाएगा।
कहां मरम्मत और कहां नए भवन बनाने की जरूरत है। अधिकारियों का कहना है कि अनुमति मिलने के बाद विद्यालय भवनों की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
बजट भेजा: समग्र शिक्षा कार्यालय की तरफ से डीईओ ने मुख्यालय को अनुमति के लिए करीब नौ करोड़ रुपये का एस्टिमेट बनाकर भेजा है।