रेवाड़ी: रेवाड़ी में पिछले 24 घंटे में डेंगू के 22 नए मरीज मिले हैं। अब मरीजों की संख्या बढ़कर 165 पहुंच गई है। अचानक एक साथ इतने केसो के चलते स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मच गया है। सबसे अहम बात यह है कि इस बार समय पर फोगिंग की ही नही हुई है।Weather Haryana: रेवाड़ी में आधा घंटे हुई बारिश, छह घ्ंटे रही बिजली गुल, हरियाणा में चार दिन होगी बारिश
दो साल से लगातार बढ़ रहे केस
अगर रेवाड़ी में डेंगू के आंकड़े पर नजर डाले तो दो साल से लगातार डेंगू के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। वर्ष 2021 में 306 केस मिले थे, जबकि वर्ष 2022 में इनकी संख्या बढ़कर 324 हो गई। इस बार अगस्त में ही आंकड़ा 165 पर पहुंच चुका है। अभी ढ़ाई माह और बाकी है। ऐसे में लग रहा है इस बार ये आकड़ा फिर से ज्यादा होने वाला है।
लापरवाही बनी आफत: सबसे राहत की बात यह है कि अभी तक डेंगू की वजह से रेवाड़ी में किसी की जान नहीं गई है। जोहड़ और तालाब में गम्बूजिया मछली और तेल डाला गया है। बारिश का सीजन खत्म होते ही स्वास्थ्य विभाग की तरफ से फॉगिंग कराई जाती है, लेकिन इस बार फॉगिंग का काम काफी देर से हुआ। इससे डेंगू के एडीज मच्छर का प्रकोप ज्यादा फैल गया।
स्वास्थ्य निरीक्षकों को डेंगू मरीजों के घर मॉनीटरिंग तेज करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी लोग बुखार होने पर घरेलू उपचार करने की बजाय चिकित्सक के पास जाकर उपचार कराएं।
परिवहन विभाग से मंगाए गए 400 लीटर काला तेल व गंबूजिया मछलियों को 281 तालाबों और 187 जगह ताजा पानी में छोड़ा गया है। गंबूजिया मछली डेंगू-मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा को खाकर लोगों को मच्छरों के प्रकोप से बचाती हैं।
-डॉ. दीपक वर्मा, नोडल अधिकारी, डेंगू एवं मलेरिया, रेवाड़ी।