Rajasthan news: धारूहेड़ा से सटे राजस्थान के भिवाड़ी में 22 अगस्त को पकडे गए अलकायदा के 6 जासूसो ने पुलिस सुरक्षा की पोल खोल दी है। चौपानकी थाने से महज 700 मीटर दूर कमरो लेकर सरेआम ट्रेनिंग रहे आंतकवादियो को पुलिस को भनक तक नही लगी।
क्यों चुना भिवाडी को ट्रेनिंग सैंटर
आतंकवादियो ने ट्रेनिंग के लिए भिवाड़ी, राजस्थान को क्यों चुला। क्योंकि ये अलवर जिले का हिस्सा है जो दिल्ली एनसीआर में आता है। इतना ही हरियाणा के औद्योगिक कस्बा धारूहेड़ा से सटा हुआ है। बड़ी संख्या में बाहरी लोग काम करने के लिए आते हैं।Rajasthan news
पुलिस को शक नहीं
औद्योगिक कस्बो होने के चलते यहं पर न तो किरायेदारो की वेरिफिकेशन होती है तथा न ही रोक टोक है। पैसे दो किराये पर मकान मिल जाता है। कोई कहने व सुनने वाला नहीं है।Rajasthan news
सबसे ज्यादा फायदा यह है कि बॉर्डर के पास यहां छिपकर रहना आसान है और परेशानी के समय भागना इससे भी आसान है। इसीलिए अलकायदा ने इस क्षेत्र को हथियारों की ट्रेनिंग के लिए चुना गया था। किराये पर रहने के लिए किसी प्रकार का वेरिफिकेशन भी नहीं होता है। बस पैसे फूको तमाशा देखो वाली कहानी यहा लागू होती है।Rajasthan news
3 हजार में कमरा लिया किराया
जब मामले को खुलासा हुआ तो पता चला कि 2 महीने के लिए 3 हजार रुपये में भिवाड़ी में
किराये पर लिया था। कमरे भी अक्सर बंद ही देखे। वे यहां कभी कबार ही यहां आते थे
संदिग्ध आतंकी नेटवर्क पर सफाई दी
जयपुर रेंज के आईजी अनिल टांक भी सूचना पाकर यहां पर आए थे। अलवर दौरे पर भिवाड़ी के चोपानकी में मिले संदिग्ध आतंकी नेटवर्क ऐसा ब्यान दिय कि पत्रकार चुप हो गए। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने अभी तक राजस्थान में किसी भी आतंकी नेटवर्क की जानकारी ही नहीं दी है।
आईजी टांक ने कहा, राजस्थान में फिलहाल कोई बड़ा आतंकी खतरा नहीं है। हालांकि, उन्होंने चोपानकी से 6 संदिग्धों की गिरफ्तारी को चिंताजनक बताया। दिल्ली पुलिस ने इन लोगों को पकड़ा है और उनसे पूछताछ कर रही है।Rajasthan news