Dharuhera: औद्योगिक कस्बा स्थित एक निजी कंपनी में साइबर क्राइम से बचाव के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर थाना प्रभारी जगदीश प्रसाद व सेक्टर छह प्रभारी संजय सिंह भी मौजूद रहे।
थाना प्रभारी जगदीश ने बताया कि साइबर अपराधों को रोकने व साइबर क्राइम के प्रति आमजन को सजग करने के लिए रेवाडी पुलिस ने कंपनियोंं में विशेष साइबर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
इसके मौके पर कंपनी के कर्मचारियों को साइबर अपराध की जानकारी देकर उनको बचाव के तरीके बताए गए। पुलिस टीम ने बताया कि साइबर अपराध कई प्रकार के होते हैं जिसमें हैकर्स/धोखेबाज किस्म के अपराधी पीडि़तों की प्रतिष्ठा, वित्त, व्यवसाय आदि को प्रभावित करने वाले विभिन्न साधनों का उपयोग करते हैं। समय के साथ साइबर अपराधी साइबर क्राइम करने के तरीके बदल रहे हैं। इस सभी से सावधानी में बचाव है।
साइबर ठग इंटरनेट मीडिया के जरिए भेजते हैं फ्रैंड रिक्वेस्ट
उन्होंने बताया कि साइबर ठगों के निशाने पर हर वह आदमी है, जो किसी भी डिजिटल माध्यम से जुड़ा है फिर चाहे वह इंटरनेट मीडिया हो या फिर इंटरनेट बैंकिंग। बदलते वक्त के साथ साइबर ठगों ने अपने पैंतरे भी बदले हैं। साइबर ठग इंटरनेट मीडिया के जरिए लोगों के पास किसी एप्लीकेशन के माध्यम से फ्रैंड रिक्वेस्ट भेजते हैं।
वह उनसे दोस्ती करके धीरे-धीरे उनके बारे में समस्त जानकारियां जुटा लेते हैं। उसके बाद शातिर उनको ठगी का शिकार बनाते हैं। वो उनकी निजी फोटो/बैंक खातों से संबंधी जानकारी भी एकत्रित कर लेते हैं और अपने जाल में फंसाकर उनके खाते में जमा पूंजी को खाली कर देते हैं।
आमजन को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि वह अपने इंटरनेट मीडिया अकाउंट व बैंकिंग एप्स को सुरक्षित लॉक करके रखें तथा अपनी निजी जानकारी को किसी भी व्यक्ति से सांझा करने से बचें।