रेवाड़ी: स्वच्छता अभियान व बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ के दावे करने वाली हरियाणा सरकार छात्राओं की सुविधाओं के लिए कितनी समर्पित है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हरियाणा के जिला रेवाड़ी के गांव गढी अलालवपुर के राजकीय मिडिल स्कूल में पिछले एक दशक से छ़ात्राओं के लिए शौचालय हीं नही है।चाची ने रूकवाई शादी, दुल्हे को पहुंचाया जेल, सजे हुए बाराती मायूस होकर लोटे घर
बता दे कि गढी अलावलपुर स्कूल को 2007 मे प्राइमरी से मिडिल में अपग्रेड किया था। स्कूल में 235 बच्चे है जिसमें 100 के करीब छात्राएं है। स्कूल में उस अस्थाई शोचालय बनाया था। जो करीब एक दशक से वह क्षतिग्रस्त हो चुका है। छात्राओं के लिए शोचालय नहीं है। सरकार की ओर से मिड डे मिल, फ्री शिक्षा, वजीफा, स्कूल ड्रेस किताबें तक दी जा रही है, लेकिन विभाग के पास शोचालय बनाने के पैसे नहीं है।
कस्बे में कई बडी बडी कंपनियो से सीएसआर के जरीये विकास कार्य करवाए जाते है। लेकिन इस स्कूल की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इतना ही नहीं पीने के पानी के लिए लगाया गया आरओ भी कई माह से बंद पडा हुआ है। कई कमरे भी बदहाल हो चुके है, दो कमरों की छत से बारिश के समय पानी टपकता है। स्कूल मैनेजमैट कमेटी समस्याओ को लेकर क्यों गंभीर नही है।राजस्थान में डीजे गाने को लेकर विवाद: अंधाधुंध फायरिंग, रेवाड़ी के बाराती की मौत
स्कूल में छात्राओं के लिए शोचालय नहीं है। कई बार यह बात शिक्षा विभाग ग्राम पंचायत में भी उठाई जा चुकी है, लेकिन इसको लेकर कोई गंभीर नहीं है।
चौधरी मुख्तार, गढी अलालवपुर
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छात्राओं के लिए शोचाचय नहीं होना बडी शर्मशार बात है। विभाग की ओर से अलग से विंग बनाकर सुविधांए उपलब्ध करवानी चाहिए।
महाबीर, जिला प्रधान, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ
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स्कूल में गरीब तबके के बच्चे पढते हैं। शिक्षा विभाग को भी कई बार इस समस्या से अवगत करवाया जा चुका है, कोई सुनवाई नही करता।
लक्ष्मण, नंबरदार
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छात्राओं के लिए शोचालय नहीं होना गंभीर समस्या है। इसके लिए बैठक आयोजित कर समाधान करवाया जाएगा।
सुनीता देवी, जिला पार्षद वार्ड 12