हरियाणा: इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर एवं शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया । उद्घाटन समारोह में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली के राष्ट्रीय सचिव डॉ. अतुल कोठारी जी ने मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत की।Corona Guideline: हरियाणा में कोरोना को लेकर नई गाइडलाइन जारी, जानिए क्या है जरूरी
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय, महेंद्रगढ़ के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार, चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय, भिवानी के कुलपति प्रो. राजकुमार मित्तल, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. वी.पी. यादव उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर एवं विश्वविद्यालय कुलगीत द्वारा किया गया। कुलपति प्रो. जे.पी. यादव ने मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ताओं को पौधा देकर उनका स्वागत किया और शाॅल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
अधिष्ठाता शैक्षणिक मामले प्रो. मंजू परुथी ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर प्रकाश डाला। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जे. पी. यादव ने सभी को संबोधित करते हुए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पहलुओं को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य शिक्षा को भारतीय संस्कृति, प्रकृति व प्रगति के साथ जोड़ना है। इसके माध्यम से छात्रों का चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व का विकास होगा और एक अच्छे राष्ट्र का निर्माण होगा।
मुख्य अतिथि डॉ. अतुल कोठारी जी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हुए सभी का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के द्वारा विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों का भी समुचित विकास होगा। शिक्षा का स्वरूप भारतीय सिद्धांतों के आधार पर क्रियान्वित होगा। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की कार्यान्वयन रणनीतियों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।
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हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय, महेंद्रगढ़ के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने अपने संबोधन में स्नातक व स्नातकोत्तर के पाठ्यक्रमों व मल्टीपल एंट्री एंड एग्जिट सिस्टम के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. वी.पी. यादव ने अपने उद्बोधन में स्कूली शिक्षा के.जी. से उच्चतर शिक्षा तक प्रयोग होने शिक्षा प्रणाली की विधियों को विस्तार पूर्वक बताया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी।
चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजकुमार मित्तल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति से जुड़े टीचिंग लर्निंग प्रोसेस के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।
कार्यक्रम संयोजक प्रो. तेज सिंह ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर विभिन्न कॉलेजों के शिक्षक, विश्वविद्यालय के शिक्षक व गैर-शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे।