बिना नोटिस 105 कर्मचारियो को कंपनी ने दिखाया बाहर का रास्ता
धारूहेड़ा: औद्योगिक क्षेत्र में एक( Hyundai Mobis)कंपनी ने 105 श्रमिकों को नौकरी निकालने का मामला तूल पकडता जा रहा हैं। मंगलवार को श्रमिक बीबी बच्चो के साथ कंपनी गेट पर धरने पर बैठ गए है। श्रमिको (Employe) ने प्रशासन व कंपनी प्रबंधक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है। श्रमिको ने चेतावनी दी है वे किसी भी कीमत से धरने से नहीं उठेगें, चाहे उन्हें बलिदान देना पडे।
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दिल्ली-जयपुर हाइवे स्थित धारूहेड़ा कस्बा के गांव खरखड़ा में एक कंपनी ने अपना प्लांट लगाया हुआ है। प्लांट में कंपनी के दूसरे प्लांटों से बड़ी पैकिंग में स्पेयर पार्ट्स आते है। खरखड़ा के प्लांट में इन पार्ट्स को छोटी-छोटी पैकिंग में करने के बाद उत्तर भारत में सप्लाई किया जाता है। प्लांट में सैकड़ों श्रमिक कार्यरत है। इसमें से 105 श्रमिकों को सोमवार की सुबह अचानक कंपनी से हटा दिया गया।
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गेट के पास दे रहे धरना: श्रमिकों ने कंपनी प्रबंधक के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। गहमा-गहमी होने पर पुलिस बल कंपनी के गेट पर तैनात किया गया। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे श्रमिकों को गेट से हटा दिया। हालाकि कंपनी के पास ही श्रमिक धरने पर मंगलवार बीबी बच्चो के साथ आकर बैठे हुए है।
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15 साल से कार्यरत कर्मचारी
कंपनी से निकाले गए श्रमिकों ने कहा कि वे पिछले 15 सालों से कंपनी में कार्यरत है। इस तरह बगैर किसी कारण और नोटिस दिए कंपनी से निकाला जाना उनके साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि उनके पीछे पूरा परिवार है। अचानक नौकरी छूटने से परिवार पालना भी मुश्किल हो जाएगा। कंपनी ने उन्हें हटाकर चुपचाप तरीके से नए श्रमिकों को भर्ती कर लिया है।
मैनेजमैंट की मनमर्जी, श्रम विभाग मौन:
श्रम विभाग श्रमिको की मांगो को लेकर बिलकुल मौन है। सरेआम प्रबंधन की ओर से 105 श्रमिको को नौकरी ने निकाल कर बेधर कर दिया है। ऐसे मे श्रमिक अब कहां जाए। श्रमिको को अचानक निकाले जाने से श्रमिक आंसू बहा रहे है। सबसे अहम बात तो यह है कि प्रशासन की ओर से कोई सुनवाई नहीं की जा रही है।
कई कंपनियो पर लग चुका है ताला:
औद्योगिक कंपनी में कोरोना की आड में कई कंपनियो को पुरान कर्मचारियो को निकाला जा चुका है। जिसके चलते करीब 500 से अधिक कर्मचारी बेधर हो गए है। कुछ दिन पहले रीको से कर्मचारियो को घाटे की बात कहते हुए निकाल दिया। वहीं उसके बाद ओटोफीट ने 100 से अधिक श्रमिको बेघर कर दिया था। अभी इन कंपनियो का मामला सुनझा ही नही है कि अब हुंडई मोबिस ने 105 श्रमिको बिना नोटिस दिए निकाल दिया गया है।
मिटिंग हुई, नहीं पहुंचा ठेकेदार: श्रम अधिकारी की अगुवाई में मंगलवार को चार श्रमिक, प्रबंधन की एक मिटिंग आयोजित की गई। बैठक मेें ठेकेदार नहीं पहुंचा। अभी चार मार्च को दोबारा से मिटिंग की जाएगी। श्रमिको ने चेतावनी दी है जब तक समाधान नहीं होता है, श्रमिक कंपनी के गेट के सामने धरने पर बैठे रहेंगें।
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