हरियाणा: ओमिक्रॉन वैरिएंट के करीब 114 केस मिल चुके हैं। इसमें से आधे एनआरआई संक्रमित हैं। जिससे दूसरे लोगों में संक्रमण फैला। हरियाणा में ओमिक्रॉन वैरिएंट फैलने की बड़ी वजह एनआरआई का आना है। कोरोना की तीसरी लहर में अब तक प्रदेश में 7912 एक्टिव केस हैं। प्रदेश सरकार ने ओमिक्रॉन वैरिएंट की जांच के लिए एक और जीनोम सीक्वेसिंग लैब पंचकूला में स्थापित करने का निर्णय लिया है। एमडीयू रोहतक में अब तक 140 सैंपल की जांच हो चुकी है।
तीसरी लहर की शुरुआत से 25 नंवबर से 5 जनवरी तक स्वास्थ्य विभाग ने ट्रेस करके 7679 इंटरनेशनल पैसेंजर्स के सैंपल लिए। इसमें से करीब 134 पॉजिटिव आए। ओमिक्रॉन जांच के लिए 107 इंटरनेशनल पैसेंजरों के सैंपल जीनोम सीक्वेसिंग के लिए भेजे गए थे। इसमें से 49 पैसेंजर में ओमिक्रॉन वैरिएंट मिला। प्रदेश में ओमिक्रॉन के अब तक 114 केस मिल चुके हैं।
इसमें से 31 एक्टिव केस हैं। जबकि 83 ठीक हो चुके हैं। सबसे ज्यादा ओमिक्रॉन के मरीज गुरुग्राम में 51 और फरीदाबाद में 24 हैं। केंद्र सरकार ने विदेशी पैसेंजर के लिए कोरोना गाइडलाइन भी जारी की हुई है, जिसके तहत उन्हें एयरपोर्ट पर आने पर सैंपल देने के बाद 7 दिन के लिए होम आइसोलेशन में जाना पड़ेगा। साथ ही सेल्फ डिक्लेरेशन शपथ पत्र भी देना पड़ेगा।