हरियाणा: एनजीटी की पटकार के बावजूद छोडा जा रहा गंदा पानी धारूहेड़ा वासियो के गले की फास बना हुआ है। काली पानी का दंश झेल रहे उपचेयरमैन अजय जांगडा की अगुवाई में धारूहेड़ा के पार्षद केंद्रीय मंत्री राव इद्रंजीत से मिले थे। राव इंद्रजीत ने Rajasthan सरकार यानी CM अशोक गहलोत को इस समस्या से अगवत करावाया था, इसके बावजूद पानी छोडा गया।क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग रिकोर्ड में हरियाणा पुलिस बनी नंबर वन, यहां पढिए दूसरे राज्यों की क्या है स्थिति
NGT की फटकार के बावजूद नहीं जागा प्रशासन
भिवाड़ी और धारूहेड़ा के बीच दूषित पानी को लेकर चल रहा विवाद NGT के पास भी पहुंच चुका है। इस मामले में एनजीटी की तरफ से राजस्थान सरकार को फटकार लगाने के साथ ही सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के आदेश दिए गए थे।
बता दें कि नपा पूर्व उपचेयरमैन सुमित्रा मुकदम ने ओर से एनजीटी (NGT) में मामला दर्ज करवाया हुआ था। भिवाड़ी से आने वाला दूषित पानी हर साल बरसात के मौसम में धारूहेड़ा इलाके की हालत खराब कर देता है। पिछले 5 सालों से ये समस्या बना हुई है। दोनों स्टेट के अधिकारियों के साथ कई बार बड़े लेवल की मीटिंग भी हो चुकी है। इसके बाजवूद कोई सुनवाई नहीं की जा रही थी।
सैंपल फैल, फिर भी नही माना विभाग
हरियाणा व राजस्थान सरकार का एक समझोता है जिसके तहत बारिश का पानी हरियाणा में आए जाए तो कोई बात नहीं। लेकिन इस समझोते की आड मे धडल्ले से काला पानी छोडा जा रहा है।
Haryana: 5 साल बाद जागा HSPCB , दूषित पानी छोडने के चलते राजस्थान सरकार पर मामला दर्ज
दोनों राज्यों के अधिकारियों की टीम ने जब इस पानी के सैंपल लिए तो सारे सैंपल फेल हो गए। बार-बार भिवाड़ी प्रशासन को दूषित पानी की रोकथाम को लेकर रेवाड़ी प्रशासन की तरफ से चेताया गया, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। केंद्रीय मंत्री ने राजस्थान सरकार को दो बार चेतावनी दी जा चुकी है इतना ही नहीं लिखित पत्र भेजकर भी अगवत करवाया था.
धडल्ले से आ रहा काला पानी: राजस्थान की तरफ से गंदे पानी को ट्रीट करने के लिए ट्रीटमेंट प्लांट नहीं लगाया गया है। जिसके चलते ये गंदा पानी साथ लगते धारूहेड़ा के इलाकों में भरने के कारण यहां के लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ता है। हर दिन पानी बढता ही जा रहा है।
मामला दर्ज होने से मची अफरा तफरी: नपा प्रतिनिधियो की ओर से चेतावनी देने के बाद दो दिन से पानी नहीं छोड़ा जा रहा है। हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राजस्थान सरकार के खिलाफ सेक्टर छह में पर्यावरण सरंक्षण एक्ट सहित विभिन्न धाराओ में मामला दर्ज किया गया है। जैसे भी भिवाडी प्रशासन का मामला दर्ज होने के बारे में पता चला तो अफारा तफरी मच गई है।