Govardhan Puja: मंत्रोच्चारण के साथ हुई रेवाडी में गोवर्धन पूजा

रेवाड़ी: सुनील चौहान। कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर शुक्रवार को धन, वैभव व समृद्धि की प्राप्ति के लिए गोवर्धन पूजा की गई। लोगों ने गाय-बैल, बछड़ा और बछिया की मंत्रोच्चारण के बीच पूजा करके उन्हें हरा चारा और फल खिलाकर आशीर्वाद लिया।

गाय के गोबर से भगवान कृष्ण की गोवर्धन पर्वत को अंगुली पर उठाए हुए प्रतिमा बनाई गई। श्रद्धालुओं ने गोवर्धन पूजा के लिए घर के मुख्य द्वार पर गोबर से प्रतीकात्मक गोवर्धन पर्वत बनाए। पर्वत के बीच या उसके पास भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति रखकर पकवानों और मिठाइयों का भोग लगाकर पूजन किया गया। इस दौरान भगवान इंद्र, वरुण, अग्नि और राजा बलि की भी पूजा करते हुए कथा सुनकर प्रसाद के रूप में दही-चीनी का मिश्रण वितरित किया गया। श्रद्धालुओं का कहना था कि गोवर्धन पूजा भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन पर्वत को समर्पित है। मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी अंगुली पर उठाकर भगवान इंद्र का घमंड तोड़कर ब्रजवासियों की रक्षा की थी। सेक्टर एक स्थित श्री श्याम मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा तैयार प्रतीकात्मक गोवर्धन पर्वत आकर्षक लग रहा था। इसमें गोबर के साथ विभिन्न प्रकार के रंगों से सजाया हुआ था। मंत्रोच्चारण के बीच श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की।

 

गोशाला में हवन का आयोजन: जाटूसाना गांव स्थित शिव मोहन गोशाला में गोवर्धन पूजा उत्सव पर हवन का आयोजन हुआ। श्रीमद्भागवत सेवा आश्रम दड़ौली के यश शास्त्री के मंत्रोच्चारण के बीच गोविद सेन और सुमन ने यजमान के रूप में शिरकत की। शिव मोहन गोशाला जाटूसाना के प्रधान रविद्र आशावादी ने गोवर्धन पूजा उत्सव पर कहा कि गोवंश की सुरक्षा, देखभाल, पौष्टिक, आहार भगवान श्री कृष्ण ने गोपालक के रूप में की थी। आमजन के सहयोग से गोवंश को पौष्टिक आहार खिलाया जा रहा है। प्रेरणा विकास समिति जाटूसाना ने गोवंश को दलिया और गुड़ खिलाया। इस दौरान गो माताओं की पूजा अर्चना की।
खालेटा के राधा कृष्ण मंदिर में हुआ आयोजन: गांव खालेटा स्थित राधा कृष्ण मंदिर में अन्नकूट पर्व धूमधाम से मनाया गया। युवाओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। नौजवान भारत सभा के पूरनमल मुद्गिल ने बताया कि वेदप्रकाश, प्रदीप यादव, हेमंत यादव, होशियार, विष्णुदत्त, योगेश कुमार, तुलसीराम, मनीष कुमार, कुश कुमार, कुशल कुमार, राज सहित समस्त ग्रामीणों का योगदान रहा।