जनस्वास्थ् विभाग का कार्यालय व नपा होने के बावजूद पानी की सुविधा नहीं
Dharuhera: औद्योगिक कस्बा स्थित दमकल के पास मूलभूत सुविधाएं का अभाव है। दमकल विभाग के पानी की सुविधा ही नहीं है। ऐसे में दमकल विभाग प्राइवेट कंपनी से उधारी के पानी से आग बुझानी पड़ रही है। समय पर पानी नहीं मिलने के चलते कर्मचारी भी परेशान है। इतना ही कही बार तो पानी लेने के लिए काफी मशक्कत करनी पडती है।
चार माह तक अधिक होती है आग लगने कीं घटनाएं
फसल कटाई सीजन में आग की घटनाएं ज्यादा होती हैं। विभागीय अधिकारियों की मानें तो अप्रैल, मई, जून व जुलाई में तेज हवा और आंधी चलने से सूखी फसलें आसानी से आग पकड़ लेती है। इस अवधि के दौरान सबसे अधिक आग की घटनाएं होती हैं।
आंकड़ों अनुसार वर्ष 2022 में 72 जगहों पर आग लगने की सूचना विभाग को मिली। विभागीय टीमों ने इन जगहों पर जाकर आग पर काबू पाया। इसी प्रकार वर्ष 2023 में 81 स्थानों पर आग लगने की सूचना मिलने के बाद विभाग टीमें पहुंचीं थी। वही इस साल अप्रेल तक 9 आगजनी की घटनाए हो चुकी है।
कार्यालय भवन नहीं: बता दे कि औद्योगिक कस्बे में 2008 नपा की स्थापना हुई थी। उसके बाद से बार बार दमकल विभाग स्थापित करने की मांग पर उपायुक्त की ओर से 2013 में अस्थाई दमकल केंद्र बनाया गया था। बिल्डिंग के अभाव में दमकल विभाग को नपा के पुराने कार्यालय में जगह दी गई थी।
अग्निशमन अधिकारी के पास अपना खुद का कार्यालय भवन नहीं है। मजबूरी में कर्मचारी खंडर भवन में बैठने का मजबूर है। हालाकि भवन बनााने के एचएसवीपी की ओर से नया कार्यालय बनाने के लिए पिछले 7 साल से कार्य अधर में लटका हुआ है। इनता ही नही कस्बे में नपा व जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय होने के बावजूद गाडियो में पानी भरने की सुविधा नही है।
अग्निशमन विभाग को जिले की 40 किमी की परिधि में आग बुझाने का जिम्मा है। ऐसे में दूरी अधिक होने से सूचना के बाद भी अधिकांश घटनाओं में आग बुझने के बाद ही विभाग की गाड़ी पहुंचती है। हाईवे, कंपनियों के साथ साथ पडोसी राज्य भिवाडी में यहां की गाडियो आगजनी की घटनाओ के सहयोग करती है। इतना ही आस पास बावल व अन्य स्थानो पर भी गाडी भेजनी पडती है।
कंपनियो से भरा जाता है पानी: फिलहाल यहां गाडियो में पानी भरने की व्यवस्था नहीं है। एक कंपनी से उधार पानी लेकर भरा जा रहा है। नए कार्यालय में यह सुविधा है, जल्द ही नया कार्यालय मिलने की उम्मीद है।
देशराज, दमकल प्रभारी धारूहेडा
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