धारूहेडा: सुनील चौहान। कस्बे में काफी दिनों से डीएपी खाद के लिए मारामारी चल रही थी इतना ही नहीं अब यूरिया के लिए लाईने लगनी लग गई है। धारूहेडा में खाद बीच की दुकानो से सुबह छह बजे से ही महिलाए व बुजुर्ग लाईनों में लग जाते हैं । लेकिन दुकानदारो की की ओर किसानो को खाद के साथ बीज, किटनाशक व जिंक सहित अन्य सामान भी दिया जा रहा है। किसानो की मजूबरी का दुकानदार फायदा उठा रहे है। हाल ही मेें एक दुकानदारी की वीडियो वारयल चर्चा का विषय बन हुआ हैं। हालांकि खाद की कालाबाजरी रोकने व तरह दुकानदारो की जबदस्ती सामान देने को रोकने के लिए उपायुक्त की ओर से एरियावाईज एग्रीक्लचर विभाग से एडीओ की डूयटी भी लगाई हुई है। जबदस्ती जिंक व अन्य सामान देने के आरो में विभोग ने दुकानदार को कारण बताओ नोटिस दिया गया है।
गौलतलब है कि सिचाई करने के बाद किसानो को सरसों में छिडकाव करने के लिए यूरिया की जरूरत पडेगी। इसलिए किसानो की ओर से यूरिया की खरीदारी शुरू कर दी है।
सुबह से ही लग रही किसानों की लाईने: धारूहेडा मे केवल एक ही लाईसेंस शुदा बिक्री केद्र हैं सुबह से ही किसान डीएपी व यूरिया लेने लिए बिक्री केंद्र पर पहुंच रहे है। खाद कम होने के चलते सुबह सुबह पहुंचने वाले किसानो को ही खाद मिल पाता है। इनता ही केवल डीएपी या यूरिया लेने वालो का खाद खत्म होने की बात कहते हुए बैंरग लौटा दिया जाता है।
: एक ओर खाद के लिए सुबह सुबह लाइनो में लगना तथा दूसरी ओर खाद के साथ किटनाशक दवाईयां व जिंक लेना पड रहा हैं। अगर कोई किसान जिंक व बीच लेने का विरोध किया तो उसे खाद नहीं दिया जा रहा है। ऐसा नहीं है प्रशासन को इस बात का पता नहीं है, लेकिन जबरदस्ती दिए जा रहे जिंक व बीच को लेकर प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा है।
विडियो हुई वायरल: जब दुकानदार ने किसान की ओर से जिंक की थैली लेने मना किया तो दुकानदार ने कहा कि इतना भोला डीएपी होता तो रेवाडी मे विकता। रेवाडी में डीएपी नहीं मिल रहा है। इतना ही नहीं धारूहेडा मे केवल ही दुकान पर डीएपी मिल रहा है। ऐसे मे किसानों की मजबूरी का दुकानदार की ओर से फायदा उठाया जा रहा है।
क्या कहते है एडीओ: जिस किसान से जिंक व अन्य बीज के लिए पैसा लिया गया था। उसको वापस करा दिया गया हैंं। मेरे पास केवल एक ही शिकायत आई थी। अगर कोई शिकायत आती तो है अवश्य ही समाधान करवा जाएगा। जबरदस्ती सामान किसी कीमत पर नहीं देने दिया जाएगा।
अशोक कुमार ,एडीओ एग्रीक्लचर, धारूहेडा