रेवाडी: जिले में वर्तमान में कोरोना के 88 केस एक्टिव हैं। पिछले 7 दिन 1 जनवरी से 7 जनवरी तक 92 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं, लेकिन फिलहाल 88 ही एक्टिव हैं। अकेले शहर में 49 केस एक्टिव हैं और संक्रमितों में एक डॉक्टर भी शामिल है।
1344 सैंपल की रिपोर्ट पेंडिंग:
आंकड़ों के मुताबिक, जिले में अभी तक 20 हजार 363 लोग पॉजिटिव मिले, जबकि उनमें 20 हजार 17 लोग अब तक ठीक हुए हैं। अब तक 258 लोगों की कोरोना से मौत भी हुई है। 1344 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। जिले का कोरोना पॉजिटिविटी रेट 3.77 पर पहुंच गया है।
संक्रमण की चेन तोड़ने के उपाय:
जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए हर संडे लगने वाली मार्केट पर रोक लगा दी है। वैसे ही संडे मार्केट को नगर परिषद अवैध मानती है, लेकिन शहर के बीच बाजार में दुकानों के सामने लगी वाली इस मार्केट में ऐसी भीड़ उमड़ती है कि पैर रखने तक की जगह नहीं मिलती। इस वजह से संक्रमण ज्यादा फैसले का डर था तो इसे बंद करने का फैसला लिया गया।
इससे पहले सरकुलर रोड पर वन-वे ट्रैफिक बंद कर दिया गया था। क्योंकि प्रदेश सरकार ने जिन 11 जिलों में 6 बजे तक ही मार्केट खोलने के आदेश दिए हैं, उनमें रेवाड़ी जिला शामिल नहीं है। इसलिए रेवाड़ी डीसी यशेन्द्र सिंह ने पिछले 3 दिनों में बढ़ी संक्रमण की दर को कम करने के लिए अपने स्तर पर यह दो बड़े फैसले लिए हैं, ताकि कुछ हद तक कोरोना पर लगाम लगाई जा सके।
संडे मार्केट में होती सर्वाधिक भीड़:
दरअसल, रेवाड़ी शहर की मार्केट संडे के दिन बंद होती है, जिसके चलते हर संडे शहर के मेन बाजार मोती चौक से लेकर गोकल गेट तक दुकानों के सामने संडे मार्केट लगती है। दुकानों के आगे 10 फीट तक फड़ी लगाकर कपड़े, जूते व अन्य सामान बेचा जाता है। पूरी सड़क रेहड़ी और फड़ी से ढकी रहती है और इस संडे मार्केट में हर सप्ताह भीड़ इतनी उमड़ती है कि कई बार पैर तक रखने की जगह नहीं मिलती। जबकि दिलचस्प बात यह है कि नगर परिषद शुरू से ही इस मार्केट को अवैध मानती आई है, क्योंकि इसे लगाने के लिए अनुमति आज तक नहीं ली गई है।