रेवाड़ी: सुनील चौहान। भारत की आजादी की 75वी वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव के तहत जिला में चल रहें दो दिवसीय तीज उत्सव में महिलाओं ने जमकर लुत्फ़ उठाया और सावन के मनभावक गीतों के साथ जौनावास, गांव बोलनी, बावल उपमण्डल के गांव सुठाना, कोसली गांव नाहड़ में पींग मचकाई गई। इन तीनों जगहों पर तीज उत्सव का कार्यक्रम गत दिवस मंगलवार को शुरू किया गया था जिसका आज समापन होगा गया।
बोलनी गांव में आयोजित तीज उत्सव कार्यक्रम में अंडर ट्रेनिंग डीएसपी मोनिका देशवाल ने महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि हरियाली तीज महिलाओं और कन्याओं के लिए सौभाग्य का दिन माना जाता है। हरियाणा प्रदेश में हरियाली तीज उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस त्योहार पर विशेष रूप से महिलाएं श्रृंगार करती हैं और पींग (झूला) झूलती हैं। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणीय भूमिका निभा रहीं है। सरकार लड़कियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दे रही है। लड़कियों को उच्च शिक्षा दिलाकर उन्हें कामयाब बनाएं ताकि समाज के दोनों परिवार उन्नति कर सके। तीज उत्सव के समापन अवसर पर बोलनी गांव में अंडर ट्रेनिंग डीएसपी मोनिका देशवाल, सीएमजीजीए अमन वालिया, डीडीपीओ एचपी बंसल, बीडीपीओ विशाल व नीरज यादव ने उत्सव में पहुंचकर महिलाओं का उत्साहवर्धन किया तथा तीज उत्सव कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाई गई विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन कर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाई गए व्यजंनों का स्वाद चखा। इस मौके पर स्वयं सहायता समूह की महिला हंसा देवी, मंजू देवी, रजनी देवी, लीला देवी, सोनू, के अतिरिक्त ब्लॉक इंचार्ज हरीश जयदीप भी उपस्थित रहे।
तीज उत्सव के समापन अवसर पर आज सुठाना गांव में प्रशिक्षु तहसीलदार भूमिका लांबा, एसडीएम बावल संजीव कुमार, डीडीपीओ एचपी बंसल, सरंपच पूनम देवी, ब्लाक इंजार्ज लोकेश, प्रीति, सविता व सुनील सहित स्वयं सहायता समूह की जयमाला, कमलेश, प्रेम, धर्मबीर सहित विभिन्न गांवों की महिलाएं उपस्थित रही।
एसडीएम बावल संजीव कुमार, डीडीपीओ एचपी बंसल व अन्य लोगों ने सुठाना गांव में आयोजित तीज उत्सव कार्यक्रम के अवसर पर पौधारोपण भी किया।
तीज उत्सव में हरियाणवी परंपरा के अनुरूप महिलाओं ने नाच गाने के साथ विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्साह से भाग लिया। रंग बिरंगे वस्त्रों में सज धज कर पहुंचीं महिलाओं ने तीज त्योहार पर गाए जाने वाले गीतों पर नृत्य किया और झूला झूलकर कार्यक्रम का आनंद लिया। तीज महोत्सव में झूलों का विशेष प्रबंध किया गया। स्वयं सहायता समूह की महिला सदस्य तीज उत्सव में अपने हाथ से बनाए सामान का प्रदर्शन व बिक्री भी की गई और स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों द्वारा खाने की स्टालें भी लगाई गई। तीज उत्सव के दोनों दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा महिलाओं व महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों द्वारा विशेष स्टाल लगाकर लोगों को प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम स्थल पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा ग्रामीण मार्ट का आयोजन किया गया है, जिसके तहत समूह की महिलाओं द्वारा तीज के अवसर पर अपने हाथों से निर्मित मिठाइयां जैसे घेवर, सुहाली, पानी पतासे, दही भल्ले, घरेलू श्रृंगार व नारी श्रृंगार आदि हस्त निर्मित वस्तुओं की स्टॉल लगाकर बिक्री भी की गई। इसके साथ ही मार्ट में मेहंदी, चूड़ी व महिलाओं से संबंधित अन्य श्रृंगार संबधी वस्तुओं की भी स्टाल लगाई गई हैं। तीज उत्सव के जरिये महिलाओं में स्वावलंबन की भावना को मजबूती दी गई।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर समाजसेवा में विशेष योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया गया।