जयपुर में आयोजित रैली के लिए कार्यकर्ताओं को सौंपी जिम्मेदारी

रेवाडी। पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने अपने निवास स्थान पर कार्यकर्ताओं की बैठक कर कांग्रेस की जयपुर में होने वाली मंहगाई हटाओं रैली व आगामी 16 दिसंबर को रेवाडी के रेंजागला पार्क में मनाए जाने वाले विजय दिवस की गोल्डन जुबली के लिए कार्यकताओं को जिम्मेदारी सौंपी। श्री यादव ने अपने निवास स्थान पर सीडीएस विपिन रावत और अन्य 12 जवानों सहित रेवाडी के भार्गव परिवार व किसानों आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को 2 मिनट का मौन धारण करके श्रंद्धाजलि अर्पित दी और प्रेसवार्ता में कहा भाजपा की सरकार ने तानशाही रवैया अपना रखा है रोड से लेकर संसद तक किसी को बोलने नही दिया जा रहा है और जनहित के मुद्दों पर सरकार का कोई ध्यान नही है। ओमिक्रोन वैरिएंट के केस भारत में आना खतरे से खाली नही है लेकिन सरकार ने इसके लिए भी लापरवाह रवैया अपना रखा है। प्रदेश के युवाओं के साथ खिलवाड किया जा रहा है हर बार पेपर लीक हो जाता है और अब तो बहूत बडा भर्ती घोटाला भी सामने आ गया है और सरकार अपने मंत्रियों को बचाने में लगी हुई है। आरोपित नागर ने कार्यालय में ही डेढ करोड रूपया गिना और किसी को कानों कान तक खबर नही हुई, ऐसा कैसे हो सकता है, इस घोटाले में और भी बहूत से मगरमच्छ शामिल हैं सरकार द्वारा मात्र छोटी मछलियों को पकडा जा रहा है। पिछले सभी घोटालों की तरह इस घोटाले को भी सरकार दबाने में लगी हुई है। वहीं मंहगाई ने आम आदमी की कमर तोड रखी है। तेल, पट्रोल-डीजल, रसोई गैस सिलेंडर, मकान बनाने वाले सभी समान जैसे- ईंट, रोडी, के्रशर, सीमेंट, सरिया सभी कुछ मंहगा हो गया है। वहीं किसानों का संंघर्ष रंग लाया जिसके लिए पूरा देश आभार व्यक्त करता है। लेकिन एम एस पी गारंटी काूनन भी अवश्य चाहिए इसी से किसानों को उनकी लागत मिल पाएगी नही तो जैसे बाजरे में मात्र 600 रूपये बोनस देकर खाना पूर्ति होती रहेगी। इन सभी मुद्दों को लेकर रविवार को जयपुर में मंहगाई हटाओं रैली का आयोजन किया जा रहा है जिसमें हजारों की संख्या में दक्षिणी हरियाणा से कार्यकता पंहूचेगें।
कैप्टन अजय सिंह यादव ने कहा कि 16 दिसंबर 1971 को भारत ने पाकिस्तान पर विजय पाई थी उसी की अब गोल्डन जुबली 16 दिसंबर को रेजांगला पार्क रेवाडी में मनाई जा रही है जिसमें शहीदों की वीरांगनाओं को सम्मानित किया जाएगा। इसलिए सभी को ज्यादा से ज्यादा संख्या में पंहूचकर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करनी चाहिए।